लखनऊ। देश आगे बढ़ रहा है, क्योंकि हम सुरक्षित हैं। कोई हैं जो हमारी सुरक्षा के लिए प्राणों की बाजी लगाकर हमें खुली हवा में जीने की आजादी दे रहे हैं। इस बलिदान को याद रखते हुए आइए, हम भी दूसरों के लिए जीना सीखे। अपने परिवार के साथ समाज और देश की सेवा का जज्बा मन में रखें, तभी जीवन सार्थक होगा।
परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर ऑनरेरी कैप्टन योगेन्द्र सिंह यादव ने यह बात रविवार को एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट लखनऊ की ओर से आयोजित शौर्य वंदन कार्यक्रम में शहीदों के परिवारों के सम्मान के दौरान कही।
समारोह में विद्यार्थियों को सीख देते हुए कैप्टन योगेन्द्र ने कहा कि सेना का सम्मान देश का सम्मान है, जिस तरह एक योद्धा देश के लिए लड़ता है ठीक उसी तरह एक विद्यार्थी को भी देश को आगे ले जाने के लिए संकल्पित रहना चाहिए। पढ़ाई में भी टारगेट लेकर उसकी प्राप्ति के लिए पूरे प्रयास होने चाहिए।
परमवीर चक्र विजेता योगेन्द्र सिंह यादव हुए शामिल
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट प्राइवेट लिमिटेड की ओर से लखनऊ में कारगिल विजय के 25वें वर्ष के तहत शौर्य वंदन कार्यक्रम इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान गोमती नगर में हुआ। कार्यक्रम में कारगिल युद्ध में लखनऊ और आस-पास 18 जिलों के 27 शहीदों के परिजनों का सम्मान किया गया।इस दौरान शहीदों के परिजनों ने भी अपने अनुभव साझा किए। इस दौरान कई बार ऐसे क्षण भी आए जब हर किसी के आंख में आंसू आ गए। कार्यक्रम में शामिल विद्यार्थियों ने खड़े होकर शहीदों के सम्मान में तालियां बजाई और परिजनों को सेल्युट किया।
कार्यक्रम में परमवीर चक्र विजेता योगेन्द्र यादव, एलन निदेशक डॉ.नवीन माहेश्वरी, विंग कमांडर राहुल पूनिया, स्क्वाड्रन लीडर अक्षत, जोनल हेड व वाइस प्रसीडेंट अमित मोहन अग्रवाल, वाइस प्रसीडेंट अजय जांगिड, विकाश तिवारी ने शहीदों को नमन करते हुए परिजनों का सम्मान किया।इस दौरान एलन निदेशक डॉ.नवीन माहेश्वरी ने कहा कि हम शिक्षा के साथ संस्कार देने में विश्वास रखते हैं। संस्कार के साथ शिक्षा और सेवा हमारे मुख्य उद्देश्य हैं।यह कार्यक्रम विद्यार्थियों को देने का भाव सीखने के लिए है। जिस तरह एक सैनिक देश के लिए जान देता है, उसी तरह एक विद्यार्थी को देश को आगे लाने के लिए सकारात्मक सोच रखनी चाहिए। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट अपने सामाजिक सरोकार निभाने में आगे रहता है।
कारगिल विजय के 25 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर शौर्य वंदन श्रृंखला की शुरुआत की गई। अब तक 14 कार्यक्रम हो चुके हैं जिनमें 233 करगिल शहीदों के परिजनों का सम्मान किया जा चुका है।मुख्य समारोह दिल्ली में 28 जुलाई को होने जा रहा है। देश के 19 राज्यों के 21 शहरों में ये कार्यक्रम होंगे। अंत में जोनल हेड अमित मोहन अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
इन शहीदों के परिजनों का हुआ सम्मान
मैनपुरी के शहीद अमरूद्दीन, शहीद मुनीश कुमार, शहीद प्रवीण कुमार,गाजीपुर के शहीद संजय यादव, शहीद शेषनाथ सिंह, शहीद रामदुलार यादव,लखनऊ के शहीद मनोज कुमार पाण्डेय, शहीद रितेश शर्मा, शहीद सुनील जुंग, शहीद केवलानंद द्विवेदी,झांसी के शहीद अशोक कुमार,बरेली के शहीद हरिओम सिंह,महोबा के शहीद जगदीश प्रसाद,प्रयागराज के शहीद लालमनी यादव,सुल्तानपुर के शहीद मानसिंह यादव,हरदोई के शहीद आबिद खान,अलीगढ़ के शहीद नरेश सिंह,शहीद राजबीर सिंह,रायबरेली के शहीद राजेन्द्र कुमार,फर्रूखाबाद के शहीद राकेश चंद,आजमगढ़ के शहीद रामसमुज यादव,शाहजहांपुर के शहीद रमेश चंदर,प्रतापगढ़ के शहीद विजयकुमार शुक्ला,शिकोहाबाद के शहीद हेमचरण सिंह,फिरोजाबाद के शहीद हेम सिंह, शहीद राम विलास सिंह,
पीलीभीत के शहीद सुरिन्दर सिंह।