कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राजधानी दिल्ली ऑक्सीजन की कमी से जूझ रही है। दिल्ली को मंगलवार को 730 मिट्रिक टन ऑक्सीजन मिली है। केंद्र से मिली मदद के बाद अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक खत के जरिए केंद्र और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। साथ ही दिल्ली को निरंतर ऑक्सीजन सप्लाई करते रहने की मांग भी रखी है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को लिखे खत में कहा, ”मैं कल दिल्ली के लोगों की ओर से 730 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए आभार व्यक्त करता हूं। मेरा आपसे अनुरोध है कि आप दिल्ली को रोजाना उतनी ही मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति करें।’’
दिल्ली सरकार ने दावा किया है कि मंगलवार को वार रूम में 48 एसओएस कॉल कई अस्पतालों से आई। इनमें कहीं पर ऑक्सीजन खत्म हो रही थी, कहीं पर सिलेंडर नहीं पहुंचे थे और कहीं पर 1 घंटे की ऑक्सीजन बची थी। सरकार के मुताबिक, हेल्पलाइन पर आई 48 एसओएस कॉल से जुड़ी सभी दिक्कतों को दूर किया। हमने कल लगभग 36.40 मीट्रिक टन ऑक्सीजन एसओएस कॉल से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने के लिए इस्तेमाल की है। जिन अस्पतालों में ऑक्सीजन खत्म हो रही थी वहां पर 4036 मरीज ऑक्सीजन के सहारे अपना इलाज करा रहे थे। पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचाकर लगभग 4036 लोगों की जान बचाने का काम किया गया है।
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बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को कहा कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा ऑक्सीजन की कमी के बारे में झूठे चेतावनी संदेश नहीं दिए जाने चाहिए, क्योंकि इससे पहले से ही दबाव झेल रहे सरकारी तंत्र पर अनावश्क रूप से बोझ और बढ़ जाता है। दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि जब अस्पताल के पास छह घंटे या उससे कम समय की ऑक्सीजन बाकी हो, तो उसे पहले अपने आपूर्तिकर्ता से संपर्क करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर कोई कार्रवाई नहीं होती है तो अस्पताल को नोडल अधिकारी को सूचना देनी चाहिए। इसके बाद भी आपूर्ति प्राप्त नहीं होने और केवल तीन घंटे की ऑक्सीजन बची होने की सूरत में वे न्याय मित्र एवं वरिष्ठ वकील राजशेखर राव या वरिष्ठ वकील राहुल मेहरा या दिल्ली सरकार के अतिरिक्त स्थायी वकील सत्यकाम से संपर्क कर सकते हैं।