उर्दू साहित्य के मशहूर शायर मुन्नवर राना का जन्म 26नवंबर 1952 को रायबरेली के किला बाज़ार में हुआ था। लखनऊ। मशहूर शायर मुन्नवर राना की रविवार को देर रात लगभग 11 बजे लखनऊ के सपीजीआई में निधन हो गया और उन्हें सोमवार को लखनऊ के ऐशबाग के कब्रिस्तान में सुपुर्दे-ख़ाक …
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गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं 26 जुलाई तक करें पंजीकरण, जाने विलम्ब शुल्क कितना है ?
गोरखपुर विश्वविद्यालय ने 2023-24 शैक्षणिक सत्र के स्नातक, परास्नातक, पीएचडी, और स्व वित्तपोषित पाठ्यक्रम के विषम सेमेस्टर (तीसरे, पांचवें और सातवें) के छात्र-छात्राओं के लिए पंजीकरण तिथि को बढ़ाकर 26 जुलाई तक कर दिया है। इसके अलावा, महाविद्यालयों में पंजीकरण की आखिरी तारीख 31 जुलाई तक निर्धारित की गई है। …
Read More »राजस्थान : 3500 नर्सिंग कर्मचारियों के पदों को UTB से भरने की मंजूरी, इस वेबसाइट से प्राप्त करें जानकारी
चुनावी साल में राजकीय चिकित्सा संस्थानों में नर्सिंग कर्मियों की कमी को देखते हुए, राजस्थान के चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग ने खाली पड़े पदों को तुरंत UTB (यूनिवर्सल ट्रांसफर बेस्ड भर्ती) आधार पर भरने का निर्णय लिया है। इसके अनुसार, नर्सिंग ऑफिसर और महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के 3500 पदों को …
Read More »उत्तराखंड : राज्यपाल गुरमीत सिंह ने नवनिर्मित पुस्तकालय और नई वेबसाइट का किया लोकार्पण, सीएम धामी भी रहे उपस्थित
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने 12 जुलाई को उत्तराखण्ड विधानसभा में एक सामारिक कार्यक्रम में भाग लिया, जहां उन्होंने नवनिर्मित पुस्तकालय और नई वेबसाइट का उद्घाटन किया। नवनिर्मित पुस्तकालय में हैं लगभग 20,000 से अधिक पुस्तकेंइस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती ऋतु खंडूडी भूषण और मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह …
Read More »उत्तर प्रदेश : अब हायर एजुकेशन देगी योगी सरकार, मिलेगा जॉब-ओरिएंटेड क्षेत्र में अधिक विकल्प
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार हायर एजुकेशन के क्षेत्र में देश का सर्वश्रेष्ठ गंतव्य बनने की तैयारी शुरू कर रही है । उत्तर प्रदेश सरकार ने सेंटर फॉर रिसर्च इन स्कीम्स एंड पॉलिसीज (क्रिस्प) इंडिया के साथ मिलकर काम करने का निर्णय लिया है। इस परियोजना का नाम है “पहले …
Read More »जानें क्या है यूनिफॉर्म सिविल कोड, क्यों पीएम मोदी के बयान के बाद हर तरफ हो रही चर्चा
लोकसभा चुनाव में अब एक वर्ष से भी कम वक्त बचा है. यही वजह है कि राजनीतिक दलों ने अपने-अपने एजेंडों पर काम करना शुरू कर दिया है. इन्हीं एजेंडों में से एक एजेंडे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने बयान के जरिए छेड़ दिया है. ये एजेंडा है …
Read More »काव्य संग्रह एक और मीरा का विमोचन
कवयित्री मीरा मिश्रा की पहली पुस्तक काव्य संग्रह – एक और मीरा का विमोचन सोमवार शाम वरिष्ठ साहित्यकार साहित्य भूषण डाॅ. मिथिलेश दीक्षित की अध्यक्षता में हुआ। डाॅ. दीक्षित ने कहा कि रचनाकार को रचनाकर्म के लिये प्रेरणा तो कहीं से भी प्राप्त हो सकती है पर उसे खुद संवेदनशील …
Read More »यहां मौत के बाद क्यों होती हैं लोगों की शादियां, जानिए- भारत के ही इस इलाके की है परंपरा
हिंदू धर्म में शादी को 7 जन्मों का रिश्ता माना जाता है। ऐसे ही अन्य धर्मों के अपने-अपने रीति-रिवाज हैं। लेकिन मौत के बाद शादी का रिवाज आपने शायद नहीं सुना होगा। कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में ऐसा मामला सामने आया है जिसे जानकर आप चौंक जाएंगे। यहां मर …
Read More »कश्मीर में जगमोहन की विरासत को उन हालातों ने दागदार बनाया जो उनके वश में नहीं थे
दोबारा अपनी नियुक्ति के बाद, 19 जनवरी 1990 को, जगमोहन (Jagmohan) बतौर राज्यपाल जम्मू (Jammu) के राज भवन में थे. इसी शाम, राजभवन के लैंडलाइन फोन पर कश्मीर (Kashmir) से कई कॉल आने लगे. ये कॉल कश्मीर पंडितों के थे, घबराए हुए कश्मीरी पंडित खुद को बचाने के लिए राज्यपाल …
Read More »‘रलिव गलिव चलिव’… जब भारतीय महिलाओं को गुलाम बना कर कश्मीर को Pak बनाना चाहते थे आतंकी, अब्दुल्ला-कॉन्ग्रेस की थी सरकार
“असि गछि पाकिस्तान, बटव रोअस त बटनेव सान” – मतलब “हमें पाकिस्तान चाहिए और हिंदू महिलाएँ भी लेकिन अपने मर्दों के बग़ैर।” ये उन नारों में से एक है जो 90 के दशक में कश्मीर घाटी में गूँज रहा था। ये वो दौर था जब रोज़ घाटी के मस्जिदों से …
Read More »फिल्म द कश्मीर फाइल्स, इस्लाम, जिहादियत और हिन्दू
डॉ. मयंक चतुर्वेदी जब आप अपने को ही श्रेष्ठ मान बैठते हैं, जब आप अपने पंथ को ही सर्वोच्च मानने लगते हैं और जब आप अपने सिवा किसी और का अस्तित्व भी स्वीकार्य नहीं करना चाहते, तब सामूहिक तौर पर पंथ के आधार पर नरसंहार का वीभत्स दौर शुरू होता …
Read More »जेएनयू की कुलपति और कपिल देव की अंग्रेजी पर सवाल करने वाले कौन
आर.के. सिन्हा अपने देश में ऐसा तथाकथित प्रगतिशील बुद्धिजीवी तबका उभरा है, जो मानता है कि मात्र वही पढ़ा-लिखा और शिक्षित है जिसका अंग्रेजी ज्ञान शेक्सपियर के नाटकों के पात्र जैसा क्लिष्ट होता है। ये आजाद भारत में रहते हुए गुलाम मानसिकता से अपने को बाहर निकाल पाने में असमर्थ …
Read More »उनके साथ सिर्फ बेहूदा बर्ताव नहीं किया बल्कि …, पढ़िए जयललिता के अपमान की वह कहानी, जिसने…
‘एमजीआर नहीं रहे.’ उनके लिए यह भौंचक कर देने वाली खबर थी. एक बड़ा धक्का था. वे उन्हें बीच मझधार में छोड़कर चले गए थे. उन्होंने हड़बड़ी में तुरंत ड्रा्इवर को बुलाया और मरुदुर गोपालन रामचंद्रन (MGR) के घर ‘रामवरम गार्डन’ के लिए निकल पड़ीं. लेकिन जैसे ही वे वहां …
Read More »धार्मिक असहिष्णुता के उदय को देख रहा पंजाब! जो इतिहास में प्रदेश को ले जा चुका है बर्बादी की ओर
1980-90 के दशक में भारत के सबसे हिंसक विद्रोहों में से एक खालिस्तान आंदोलन, जिसने 21 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले ली। लेकिन इसके तीन दशक बाद फिर से पिछले एक साल से खालिस्तान आंदोलन के जीवत होने की खबरें विभिन्न तरह से सामने आती रहीं। पंजाब में …
Read More »कई गांव ऐसे, जहां नेताओं ने नहीं दिखाई शक्ल, पर हमेशा पड़ा वोट; मूलभूत सुविधाएं तक भी नहीं
चुनाव में प्रत्याशी मतदाताओं के घर-घर जाकर दस्तक देते हैं और तरह-तरह के सपने दिखाकर वोट लेते हैं। लेकिन, उत्तरकाशी जिले के पुरोला क्षेत्र में 15 से अधिक गांव ऐसे हैं, जहां न तो प्रत्याशी आज तक वोट मांगने के लिए गए और न विधायक बनने के बाद आभार जताने …
Read More »चुनावों में क्रांतिकारी बदलाव का स्वागत : मौलिक भारत
दिल्ली। देश के चुनावों के इतिहास को चुनाव आयोग बदलने जा रहा है। मौलिक भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुज अग्रवाल के अनुसार जिन चुनाव सुधारों का आग़ाज़ एक समय में तत्कालीन मुख्य चुनाव आयुक्त टीएन शेषन ने किया था उसके बाद वर्तमान मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा उस दिशा में …
Read More »आरोप लगाने वाले जरा RSS का इतिहास पढ़ लें तो राष्ट्रभक्ति से उनका भी परिचय हो जायेगा
आजादी के बाद से ही कांग्रेस के निशाने पर रहा है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ। लाख प्रयासों के बावजूद कांग्रेस संघ को समाप्त करना तो दूर हाशिये पर लाने में सफल नहीं हुई। संघ को खत्म करने के चक्कर में खुद कांग्रेस अपना वजूद समाप्त करने की ओर अग्रसर है। बापू …
Read More »अटल सुशासन को साकार करती मोदी सरकार
आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी अटल बिहारी वाजपेयी की 97वीं जयंती है।भारतीय राजनीति के अजातशत्रु कहे जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी आजाद भारत के उन गिने चुने नेताओं में से एक थे जिनका जुड़ाव सीधे लोगों के दिलों से था अटल बिहारी वाजपेयी ने दुनिया को दिखाया …
Read More »हिन्दुओं पर आज भी वही प्रहार कर रहे, जिन्होंने देश को बांटने का कार्य किया : प्रो. राकेश सिन्हा
देश के जाने माने विचारक प्रो. राकेश सिन्हा ने कहा कि भारतीय राष्ट्रवाद का मूल आधार सांस्कृतिक राष्ट्रवाद है, जिसका दूसरा नाम हिंदुत्ववाद है। हिन्दू हमारी मौलिक पहचान है जबकि हिंदुत्व, हिन्दू होने और हिन्दुओं के वैशिष्ट्य के प्रति जागरुकता का नाम है। प्रो. सिन्हा रविवार को सिगरा स्थित डॉ …
Read More »इतिहास के पन्नों में: 02 दिसंबर
ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन को दर्शाने वाला स्मारक गेटवे ऑफ इंडिया का निर्माण इंग्लैंड के राजा जॉर्ज पंचम के भारत आगमन के उपलक्ष्य में कराया गया था। यही स्मारक आगे चलकर 1947 में इस बात का भी गवाह बना कि भारत में ब्रितानी साम्राज्य का सूरज हमेशा के लिए डूब चुका …
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