लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने विवादों में घिरी राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) को खत्म करके पुरानी व्यवस्था बहाल करने की मांग की है।मायावती ने एक्स पर बृहस्पतिवार को कहा, नीट-स्नातक मेडिकल परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर यह मामला सड़क से लेकर संसद तक और उच्चतम न्यायालय तक में गर्माया रहा। अब नतीजा चाहे जो भी हो लेकिन लाखों परीक्षार्थियों व उनके परिवार वालों को इससे जो पीड़ा हुई उन्हें उसका दुख हमेशा सताएगा।
उन्होंने कहा, मेडिकल की इतनी अहम परीक्षा सही से कराने के मामले में देश को अश्वस्त कर पाने में केन्द्र अभी तक विफल है जो समस्या को और गंभीर बना रहा है। नीट यूजी-पीजी परीक्षा को समाप्त कर पुरानी व्यवस्था बहाल की जाए।
तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल की सरकारों ने भी नीट की जगह पुरानी परीक्षा व्यवस्था बहाल करने की मांग की है। पश्चिम बंगाल विधानसभा में इस सिलसिले में एक प्रस्ताव भी पारित किया गया है। प्रस्ताव में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की स्वतंत्र और निष्पक्ष परीक्षा आयोजित करने में कथित अक्षमता की निंदा की गई और राज्य में संयुक्त प्रवेश परीक्षा आयोजित करने का आग्रह किया गया है।