धारचूला और मुनस्यारी के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मौसम का पहला हिमपात होने की खबर मिली है। इसके कारण निचले इलाकों में हल्की ठंड पड़नी शुरू हो गई है। धारचूला के गुंजी में बुधवार को बूंदाबांदी भी हुई। गुंजी से लगी ऊंची चोटियों और पंचाचूली सहित मुनस्यारी की ऊंची चोटियों पर भी हिमपात हुआ है। बता दे, बुधवार को भी सुबह से ही आसमान में थोड़े-थोड़े बादल छाए हुए हैं।
दिन में तेज धूप थी। शाम को फिर से आसमान बादलों से घिर गया। इधर चंपावत में 3 दिन से काफी उमस हो रही थी। करीब 11 दिन बाद बुधवार को सुबह में बूंदाबांदी हुई। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार 25 अगस्त को चंपावत में आखिरी बार चार मिमी की बरसात हुई थी। बुधवार को चंपावत का तापमान लगभग 25 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 18 डिग्री रहा।
आयुक्त रावत और D.I.G. भरणे पहुंचे गुंजी
उच्च हिमालयी क्षेत्र गुंजी में सीमा सड़क संगठन की ओर से निर्मित की जा रही सड़क कार्य की जांच करने अधिकारियों की टीम पहुंची है। कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत, D.I.G. नीलेश आनंद भरणे, D.M. रीना जोशी, S.P. लोकेश्वर सिंह और S.D.M. दिवेश शाशनी हेलिकॉप्टर से व्यास घाटी के गुंजी पहुंचे।
सड़क निर्माण का करेंगे निरीक्षण
अधिकारी लिपुलेख और गुंजी से ज्योलिकांग तक सड़क निर्माण का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान वह व्यास घाटी के ग्रामीणों से मुलाकात करेंगे और उनकी समस्याओं का पूरा जायजा भी लेंगे। आयुक्त और D.I.G. के भ्रमण को देखते हुए D.M. रीना जोशी और S.P. लोकेश्वर सिंह भी मंगलवार को ही धारचूला पहुंचे थे।
यह भीं पढ़े : डेंगू : उत्तराखंड में पिछले 5 सालों अबतक में डेंगू से हुई सबसे अधिक मौतें, देहरादून में 11 लोगों मौतें दर्ज
यह भीं पढ़े : उत्तराखंड का मौसम : आज बदलेगा मौसम, देहरादून समेत पांच जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी