राज कुंद्रा ने हाई कोर्ट में अपनी गिरफ्तारी को बताया अवैध, सरकारी वकील ने किए कई बड़े खुलासे

बॉम्बे हाई कोर्ट में राज कुंद्रा ने अपनी गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए रिट पिटीशन दायर की थी, जिसकी सुनवाई के तहत सरकारी वकील ने कई खुलासे किए। उन्होंने तथ्यों के साथ ये बताने की कोशिश की कि राज कुंद्रा की गिरफ्तारी बिलकुल सही थी और क्यों जरूरी थी।

सरकारी वकील ने किए कई बड़े खुलासे

वकील ने कोर्ट को बताया, ‘राज कुंद्रा के लैपटॉप से यूजर फाइल्स, इमेल्स, मैसेज, फेसटाइम, इंटरनेट ब्राउजिंग हिस्ट्री मिले है, जिसमें सब्सक्राइबर डिटेल्स, अलग-अलग तरह कर इनवॉयस भी मिली है। क्राइम ब्रांच (Crime Branch) को स्टोरेज नेटवर्क नेटवर्क से 51 एडल्ट मूवीज मिली हैं, जबकि राज कुंद्रा के लैपटॉप से 68 एडल्ट मूवीज मिली हैं।’

लगातार सबूतों को मिटा रहे थे राज: वकील

सरकार वकील ने कहा, ‘राज कुंद्रा एक ब्रिटिश नागरिक हैं और वो लगातार सबूतों को नष्ट कर रहे थे। क्या जांच एजेंसी उन्हें ये सब करते हुए बस चुपचाप देखती रहती। राज कुंद्रा ने iPhone से iCloud डेटा से काफी कुछ डिलीट किया है। पीपीटी प्रेजेंटेशन में हॉटशॉट्स ऐप के डिटेल्स मिले हैं, जिसमें मार्केटिंग स्ट्रैटेजी और फंक्शन्स की जानकारी मिली है। इसके अलावा फिल्म की स्क्रिप्ट सेक्सुअल कंटेंट के साथ मिली है।

इमेल्स किए गए हैं रिवाइव: सरकारी वकील

वकील ने बॉम्बे हाई कोर्ट को बताया, ‘कुछ इमेल्स को रिवाइव किया गया है। राज कुंद्रा के व्हाट्सऐप ग्रुप में रायन, वियान इंडस्ट्रीज एकाउंट, BollyFame Takeover मिले हैं। आरोपी नंबर 11 रायन ने जो कंटेंट डिलीट किया है, उसे रिवाइव नहीं किया जा सका है। रायन के फरार चल रहे प्रदीप बख्शी, आरोपी राज कुंद्रा और आरोपी उमेश कामत के साथ चैट्स मिले हैं।

‘जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे राज कुंद्रा’

सरकारी वकील के मुताबिक, ‘राज कुंद्रा को 41A नोटिस दिया गया था, लेकिन उन्होंने उसे एक्सेप्ट नहीं किया था। राज कुंद्रा लगातार जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। इसके अलावा वह कई चैट्स और सबूतों को नष्ट कर चुके थे। राज कुंद्रा जिस हॉटशॉट्स ऐप के व्हाट्सऐप ग्रुप के एडमिन थे, उसे गूगल से पोर्नोग्राफी के कंटेंट के चलते बैन भी कर दिया गया था। इनका कंटेंट न्यूडिटी और सेक्सुअल कंटेंट की गाइडलाइंस की अवहेलना था।’ सरकारी वकील के मुताबिक HotShots को बैन किए जाने के बाद Plan B के तहत BollyFame लाने की बात का जिक्र किया।

अग्रिम जमानत याचिका 7 अगस्त तक टली

पॉर्नोग्राफी से जुड़े महाराष्ट्र साइबर सेल के मामले में राज कुंद्रा के अग्रिम जमानत की याचिका पर सुनवाई 7 अगस्त तक के लिए टल गई है। पिछले साल महाराष्ट्र पुलिस के साइबर सेल में दर्ज हुई एक शिकायत में अपनी गिरफ्तारी टालने के लिए कुंद्रा ने अग्रिम जमानत की याचिका लगाई थी। अब 7 अगस्त को अदालत इस याचिका पर अपना आदेश सुनाएगा।

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14 दिन के ज्यूडिशियल कस्टडी में राज कुंद्रा

राज कुंद्रा को 27 जुलाई को कोर्ट ने 14 दिनों के ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया था। बता दें कि राज कुंद्रा को पोर्न फिल्म बनाने के आरोप में 19 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद 20 जुलाई को कोर्ट में पेश किया गया। मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने राज कुंद्रा को 23 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया, जिसे बाद में बढ़ाकर 27 जुलाई तक कर दिया गया था।