प्रधानमंत्री मोदी और शरद पवार की मुलाकात अपने आप में चर्चाओं में रही। इन चर्चाओं को शेयर पवार ने खुद ही एक बयान देकर और हवा दे दी। शरद पवार ने कहा कि पीएम मोदी से मेरी मुलाकात पर महाराष्ट्र के सीएम को पसीना आ गया होगा। पवार के इस बयान के बाद से सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई। हालांकि इसके बाद अब एनसीपी के नेता नवाब मलिक ने पवार और पीएम के साथ हुई मुलाकात पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नदी के दो किनारे हैं भाजपा और एनसीपी।
उन्होंने कहा कि जिस तरह नदी के दो किनारों को आपस में नहीं मिल सकते वैसे ही भाजपा और एनसीपी कभी एक नहीं हो सकते। पवार ने कहा कि इन दोनों राजनीति के दिग्गजों के बीच बैंक नियामक प्राधिकरण में हुए परिवर्तन को लेकर विचार विमर्श किया गया है और राजनीति पर कोई बात नहीं की गई।
कभी साथ नहीं हो सकते BJP-NCP
पीएम मोदी और शरद पवार की मुलाकात के बाद सफाई देते हुए कहा कि भाजपा और एनसीपी कभी साथ नहीं आ सकते। उन्होंने कहा कि मीडिया में ऐसी खबरें चल जाती हैं लेकिन उनका कोई आदत नहीं होता। उन्होंने कहा कि यदि देश में कोई कोरोना को लेकर नीति बनाई जाती है तो उस पर कोई राजनीति नहीं होती। उन्होंने कहा कि शरद पवार ने पीएम मोदी से वैक्सिनेशन की कमी को लेकर भी बात की। नवाब मलिक ने कहा कि कुछ ही दिनों में मानसून सत्र की शुरुआत होने जा रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी विभिन्न मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश करेगी और हम इसके लिए प्रयासरत रहेंगे कि देश के लोगों को सभी स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया हो सके।
चीन के साथ जारी गतिरोध पर हुई थी बैठक
बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को शरद पवार और पूर्व रक्षा मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता ए के एंटनी से मुलाकात की थी। इस बैठक में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे भी मौजूद थे। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में पूर्वी लद्दाख में भारत की सीमा पर चीन के साथ जारी गतिरोध से जुड़े ताजा पहलुओं पर चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार राजनाथ सिंह ने पवार और एंटनी को सीमा पर की ताजा स्थिति और भारत की सैन्य तैयारियों से अवगत कराया। पवार देश के रक्षा मंत्री भी रह चुके हैं। बता दें कि केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने भी शुक्रवार को पवार से मुलाकात की थी।