ठंड से ठिठुरते उत्तर प्रदेश का चुनावी तापमान उबाल पर है। रण जीतने के लिए सभी दलों के सूरमा मैदान में उतर चुके हैं। कांग्रेस महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा अभी तक अकेले मोर्चा संभाले हुई थीं। पार्टी ने अब राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं युवा चेहरे सचिन पायलट को भी रण क्षेत्र में उतार कर चुनावी गर्मी को और बढ़ाने की कोशिश की है। सचिन पायलट ने चुनावी प्रचार की शुरुआत गौतमबुद्ध नगर की जेवर विधानसभा सीट से की है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की रणनीति को लेकर दैनिक जागरण के धर्मेंद्र चंदेल ने सचिन पायलट से बात की…
सवाल : उत्तर प्रदेश में कांग्रेस हाशिये पर है, आप चुनाव परिणाम को लेकर कितने आश्वस्त हैं?
जवाब : ऐसा बिल्कुल नहीं है। कांग्रेस जमीनी स्तर पर काम कर रही है। इसके अच्छे परिणाम सामने आएंगे। आप तय मानिए 10 मार्च को उत्तर प्रदेश में कांग्रेस चौंकाने वाले परिणाम देगी। भाजपा शासन से लोग तंग आ गए हैं। भाजपा जाति-धर्म के नाम पर लोगों को बांटने का काम कर रही है। कांग्रेस की तरफ अब लोगों का झुकाव है।
सवाल : उत्तर प्रदेश चुनाव को निर्णायक माना जा रहा है, आप इस बारे में क्या कहेंगे?
जवाब : निर्णायक इसलिए है कि लखनऊ, दिल्ली में कथित तौर पर डबल इंजन की सरकार चल रही है। पांच साल में तमाम आश्वासन देने के बाद कृषि कानून लेकर आए। एक साल तक किसानों को तंग किया। सात सौ किसान शहीद हो गए। पांच करोड़ देशवासी गरीबी रेखा के नीचे पहुंच गए हैं। केंद्र सरकार विफल रही है, राज्य सरकार ने जो शासन दिया है, उससे किसान, नौजवान, महिला, दलित कोई खुश नहीं है। उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में भी कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है।
सवाल : कांग्रेस भितरघात से जूझ रही है, कैसे निपटेंगे?
जवाब : कांग्रेसी एक विचारधारा के तहत काम करते हैं। कोई भितरघात नहीं है। किसी की नाराजगी है तो उसे दूर किया जाएगा। सभी एकजुट होकर पार्टी के लिए काम कर रहे हैं।
सवाल : अनदेखी की वजह से वरिष्ठ नेता पार्टी छोड़ रहे हैं, क्या कहेंगे?
जवाब : देखिए कांग्रेस ने इस बार युवाओं को आगे किया है। बड़ी संख्या में महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वरिष्ठों की अनदेखी हो रही है। उनके साथ मिलकर युवा पार्टी को नई ऊंचाइयां और गति देंगे।
सवाल : कांग्रेस ने युवा और महिलाओं को अधिक टिकट दिए हैं। क्या युवा कांग्रेस की नैया पार लगा पाएंगे?
जवाब : प्रियंका जी ने उत्तर प्रदेश में जो शुरुआत की है, महिलाओं को 40 फीसद टिकट देने का जो वादा किया था, वो पूरा किया है। देश में अभी तक किसी भी राज्य में ऐसा नहीं हआ है। हमने 20 लाख नौकरी देने का जो वादा किया है, वह भी जरूर पूरा करेंगे। इसका पूरा आकलन किया गया है।
सवाल : आपकी उत्तर प्रदेश में एंट्री की तैयारी तो नहीं है?
जवाब : मणिपुर है, पंजाब है, पूरे देश में पार्टी का प्रचार कर रहा हूं। आज से नहीं पिछले 20 साल से कर रहा हूं, लेकिन मेरी पहली प्राथमिकता राजस्थान ही है, जहां पिछले बीस साल से एक परंपरा चल रही है, एक बार भाजपा सरकार, एक बार कांग्रेस। मैं चाहता हूं कि 20 महीने बाद 2023 में जब वहां चुनाव हो तो फिर से कांग्रेस की सरकार बने।
सवाल : पिछले दिनों सम्राट मिहिर भोज प्रकरण चर्चा में रहा। कल अमित शाह भी इस पर बोले। कांग्रेस का इस पर क्या कहना है?
जवाब : भाजपा की तो आदत ही है फूट डालो राज करो। विवाद किसने पैदा किया, किसके माध्यम से पैदा हुआ? बेवजह लोगों में खाई पैदा करने के लिए विवाद पैदा किया गया। लोगों में जो खाई पाटनी चाहिए, भाजपा उसे अपने फायदे के लिए और गहरी कर रही है।
सवाल : किसान आंदोलन का चुनाव पर कितना असर पड़ेगा?
जवाब : भाजपा ने किसानों से पूरी दुश्मनी निकाली है। उपचुनाव हार गए तो कानून वापस ले लिए। किसके कहने पर कानून लेकर आए और किसके कहने पर वापस ले लिए। किसान का हित सरकार के लिए सर्वोपरि नहीं है। यह बात जगजाहिर हो गई है। चुनाव पर असर पडऩा तय है। कांग्रेस ने किसानों की आवाज उठाई, इसलिए किसान कांग्रेस के साथ हैं।
सवाल : बुलंदशहर में अखिलेश यादव व प्रियंका गांधी वाड्रा का आमना सामना होने पर दोनों ने एक दूसरे का अभिवादन किया। क्या यह भविष्य की राजनीति का कोई संकेत है?
पूर्व विधानसभा में आशुतोष टण्डन को जिताने के लिए मिल रहा अपार जनसमर्थन
जवाब : कुछ राजनीतिक शिष्टाचार होते हैं। पिछली बार सपा ने रायबरेली में सोनिया गांधी के खिलाफ अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था। हम पहली बार सभी सीटों पर लड़ रहे हैं, अपने मेनिफेस्टो पर लड़ रहे हैं, अपने दम पर लड़ रहे हैं। हमारी सीटें बढ़ेंगीं, हमारा वोट बढ़ेगा।