वर्ल्ड फूड डे: फसलों के 17 नए बीजों की वैरायटी देश के किसानों को आज दी गई…

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 75 रुपये का स्मारक सिक्का जारी किया, देशवासियों को बधाई दी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह कृषि एवं खाद्य संगठन (FAO) की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए 75 रुपये का स्मारक सिक्का जारी किया।

फोटो साभार गूगल

साथ ही उन्होंने हाल ही में विकसित 8 फसलों की 17 जैव-संवर्धित किस्मों को भी राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि भारत के हमारे किसान साथी- हमारे अन्नदाता, हमारे कृषि वैज्ञानिक, हमारे आंगनबाड़ी-आशा कार्यकर्ता, कुपोषण के खिलाफ आंदोलन का आधार हैं।

इन सभी के प्रयासों से ही भारत कोरोना के इस संकटकाल में भी कुपोषण के खिलाफ मजबूत लड़ाई लड़ रहा है। भारत में पोषण अभियान को ताकत देने वाला एक और अहम कदम आज उठाया गया है। आज गेहूं और धान सहित अनेक फसलों के 17 नए बीजों की वैरायटी, देश के किसानों को उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में कोरोना संकट के दौरान भुखमरी-कुपोषण को लेकर अनेक तरह की चर्चाएं हो रही हैं। भारत पिछले 7-8 महीनों से लगभग 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन उपलब्ध करा रहा है। इस दौरान भारत ने करीब-करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये का खाद्यान्न गरीबों को मुफ्त बांटा है।

क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड फूड डे?

वर्ल्ड फूड डे भूख से पीड़ित लोगों के लिए जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इस एक दिन स्थानीय स्तर पर हर किसी से भुखमरी के खिलाफ कदम उठाने की अपील की जाती है। इसकी शुरुआत 16 अक्टूबर 1945 के दिन संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन  की स्थापना की गई थी। इस संगठन के सदस्य देशों ने 16 अक्टूबर 1981 को वर्ल्ड फूड डे मनाने की शुरुआत की।