बरेली। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के बरेली स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI)के 11वें दीक्षांत समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने सफल विद्यार्थियों को मेडल वितरित किए और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में वैज्ञानिकों और शोधार्थियों के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि IVRI ने अपनी 135 वर्षों की यात्रा में पशु चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि प्रिवेंशन इज बेटर देन केयर की कहावत पशुओं पर भी लागू होती है और इस संस्थान ने राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत कई प्रभावी टीकों का विकास किया है।
राष्ट्रपति मुर्मु ने अपने जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि वे प्रकृति के निकट परिवेश से आती हैं, जहां पशु जीवन का अभिन्न हिस्सा थे। उन्होंने गिद्धों की विलुप्त होती प्रजातियों पर चिंता जताई और रासायनिक दवाओं के असर को इसके लिए जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि ऐसी दवाओं पर प्रतिबंध लगाना सराहनीय कदम है और अन्य विलुप्त हो रही प्रजातियों के संरक्षण पर भी जोर दिया।
President Droupadi Murmu graced the convocation ceremony of the Indian Veterinary Research Institute at Bareilly. The President said that institutes like IVRI should find indigenous and low-cost treatments and nutrition for the animals. They should also look for alternatives to… pic.twitter.com/ZBSqdXkyEe
— President of India (@rashtrapatibhvn) June 30, 2025
राष्ट्रपति ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिन्हें मेडल मिला है, उन्हें बधाई, और जिन्हें नहीं मिला है, वे भी निराश न हों। मेडल न मिलने से आपकी योग्यता कम नहीं होती।उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे पशुधन क्षेत्र में अपने उद्यम स्थापित करें जिससे न सिर्फ वे आत्मनिर्भर बनें बल्कि दूसरों को भी रोजगार दे सकें।
इस समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ** और **केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उपस्थित रहे।मुख्यमंत्री योगी ने बरेली की ऐतिहासिक और धार्मिक पहचान को रेखांकित करते हुए बताया कि इसे नाथ नगरी और झुमका नगरी के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि IVRI उत्तर भारत में पशुधन के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी विद्यार्थियों को बधाई दी और उन्हें प्रेरित किया कि वे अपने कार्यक्षेत्र में नए आयाम स्थापित करें और देश के विकास में योगदान दें।