ये क्या हो गया…? पीएम नरेंद्र मोदी के समर्थन में आए राहुल गांधी, बोले- इस मामले में कांग्रेस बीजेपी के साथ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर हमेशा हमला करने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी और उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का समर्थन किया है। यह दुर्लभ क्षण है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका में रूस-यूक्रेन युद्ध पर पीएम मोदी और बीजेपी के रुख का समर्थन करते हुए कहा कि वह इस मुद्दे पर उसी तरह का जवाब देंगे साथ ही कहा कि इस मामले में कांग्रेस और बीजेपी की पॉलिसी समान है। राहुल ने यूक्रेन के साथ चल रहे सैन्य संघर्ष के आलोक में रूस के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों का आकलन कैसे करेंगे। इस पर अपना विचार रखते हुए यह टिप्पणी की।

रूस-यूक्रेन संधर्ष पर कांग्रेस की नीति बीजेपी के समान

राहुल गांधी वॉशिंगटन में नेशनल प्रेस क्लब में फ्री-व्हीलिंग बातचीत के दौरान पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। एक सवाल के जवाब में कांग्रेस नेता ने दशकों पुराने रूस के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जो किया। मैं उसी तरह रूस को जवाब दूंगा। हम (कांग्रेस) उसी तरह रूस-यूक्रेन संघर्ष पर जवाब देंगे। क्योंकि भारत का रूस के साथ अच्छे संबंध है, इसे इनकार नहीं किया जा सकता। इस मामले मे हमारी नीति समान होगी।

रूस-यूक्रेन युद्ध भारत की नीति स्पष्ट-कूटनीति और बातचीत हल हो संकट

यूक्रेन पर रूस का आक्रमण फरवरी 2022 में शुरू हुआ, जिसके परिणामस्वरूप दोनों पक्षों में हजारों मौतें हुईं। भारत ने अक्सर रूस-यूक्रेन युद्ध पर अपने रुख को स्पष्ट किया है। यह कहते हुए कि संकट को कूटनीति और बातचीत के माध्यम से हल किया जाना चाहिए। बढ़ते सैन्य संघर्ष के बीच पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ-साथ राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से भी बात की है। जबकि दोनों नेताओं ने टेलीफोन पर बातचीत की है, पीएम मोदी ने मई में जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान जापान में राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से मुलाकात की थी। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने आश्वासन दिया कि वह संघर्ष को हल करने में मदद करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और मैं संघर्ष को हल करने के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं, करेंगे।

पुतिन से पीएम मोदी ने कहा था-अब युद्ध का युग नहीं है

सितंबर में पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा था कि अब युद्ध का युग नहीं है नई दिल्ली ने संघर्ष के लिए एक कूटनीतिक समाधान मांगा है। इस टिप्पणी ने विश्व नेताओं के साथ-साथ वैश्विक मीडिया से प्रशंसा प्राप्त की। प्रधान मंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को हिंसा की समाप्ति सुनिश्चित करने की सलाह दी। दोनों पक्षों को वार्ता की मेज पर लौटने की आवश्यकता पर बल दिया। पुतिन के साथ टेलीफोन पर बातचीत के दौरान, पीएम मोदी ने रेखांकित किया कि दिल्ली फिलहाल यूक्रेन संकट पर रणनीतिक महत्वाकांक्षा के रास्ते पर टिकी रहेगी। यह एक व्यावहारिक विकल्प है, जो एक यथार्थवादी दुनिया की जटिलताओं और क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता पर दिल्ली की अपनी स्थिति को दर्शाता है।

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जेलेंस्की से बोले पीएम मोदी- इसका कोई सैन्य सामाधान नहीं हो सकता

पिछले साल 4 अक्टूबर को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ फोन पर बातचीत में पीएम मोदी ने कहा था कि इस मामले का कोई सैन्य समाधान नहीं हो सकता है और भारत किसी भी शांति प्रयासों में योगदान देने के लिए तैयार है। यूक्रेनवासियों की दुर्दशा पर व्यथित पीएम मोदी ने कहा कि युद्ध का दर्द क्या होता है, यह आप हमसे बेहतर जानते हैं। पिछले साल जब हमारे बच्चे (भारतीय) यूक्रेन से आए और वहां के अनुभव शेयर किया तो मुझे आपके दर्द का पता चला।