विधानसभा के मानसून सत्र के छठे दिन शनिवार को राज्य के सतत विकास के लक्ष्य पर चर्चा हुई। सदन की सदन की कार्यवाही में मुख्यमंत्री के अलाावा सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य उपस्थित रहे। उत्तराखंड, विकास पर चर्चा करने वाला देश का दूसरा राज्य है। इससे पूर्व उत्तर प्रदेश विधानसभा ने इस पर चर्चा की थी। इस चर्चा में आए सुझावों की रिपोर्ट लोकसभा भेजी जाएगी।
आज राज्य के सतत विकास के लक्ष्य को लेकर गरीबी से मुक्ति, भुखमरी समाप्त करना, स्वस्थ्य जीवन, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा समेत विभिन्न विषयों पर हो चर्चा हो रही है। संसदीय कार्यमंत्री बंशीधर भगत ने कहा कि राज्य ने कई चुनौतियों के बावजूद बेहतर विकास किया है। आज उत्तराखंड में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्तराखंड ने बेहतर कार्य किया है। राज्य में डॉक्टरों, आईसीयू, अस्पतालों की सुविधा बढ़ाई गई है।
कांग्रेस के पांच विधायक कार्यवाही में शामिल हुए। इनमें उप नेता प्रतिपक्ष करन माहरा, विधायक ममता राकेश, विधायक काजी निजामुद्दीन, विधायक राजकुमार, विधायक मनोज शामिल हैं। भाजपा विधायक सुरेश राठौड़ ने सुझाव दिया कि मनरेगा के माध्यम से पहाड़ों में पानी की आपूर्ति की जाए। पहाड़ों में पलायन रोकने के लिए पहाड़ों में उद्योग लगाने जरूरी है। प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत बनने वाली सड़कों में तेजी लानी होगी। घटते जलस्तर पर शोध होना चाहिए।
टीवी चैनलों की मशहूर टैरो कार्ड रीडर से होटल में रेप, वीडियो वायरल करने की धमकी
विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने सुझाव दिया कि पहाड़ों से पलायन रोकने के लिए पर्यटन को बढ़ावा देना होगा।पहाड़ों में सहकारिता के माध्यम से ग्रामीणों को कृषि क्षेत्र में रोजगार दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार को वर्षा जल संरक्षण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। जंगली जानवरों से भी खेती को बचाने की जरूरत है। वन भूमि पर छोटी सड़कें बनाकर किसानों को लाभ दिया जा सकता है। पर्यटन के माध्यम से लोगों को राजगार दिया जा सकता है।