लखनऊ। आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए बुधवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा की अध्यक्षता में लखनऊ में जिला निर्वाचन अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य मतदाता सूची को त्रुटिरहित बनाना और निर्वाचन प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी व प्रभावी बनाना रहा।
श्री रिणवा ने अधिकारियों को भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों से अवगत कराया और निर्वाचन की तैयारी को लेकर महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की। प्रशिक्षण में मतदाता सूची के अद्यतन, मतदेय स्थलों के पुनर्गठन, और निर्वाचन से संबंधित कानूनी प्रावधानों की विस्तार से जानकारी दी गई।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने निर्देश दिए कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर अधिकतम 1200 मतदाता ही दर्ज किए जाएं तथा एक ही परिवार के सभी सदस्यों के नाम एक ही पोलिंग बूथ में सुनिश्चित किए जाएं। इसके अलावा, बीएलओ की नियुक्ति नियमों के अनुसार करने और सभी प्रमुख राजनीतिक दलों से समय-समय पर बैठक करने पर भी बल दिया गया।
अधिकारियों को ईआरओ नेट, बीएलओ ऐप और वोटर हेल्पलाइन ऐप के प्रयोग की जानकारी दी गई ताकि मतदाता सेवाओं में तकनीकी दक्षता लाई जा सके। नागरिकों को फार्म-6, 7 और 8 से संबंधित सही जानकारी देने तथा फार्म भरवाते समय पूर्ण और सटीक विवरण दर्ज कराने के निर्देश भी दिए गए।
गौरतलब है कि यह पहला अवसर है जब जिला निर्वाचन अधिकारियों का भौतिक प्रशिक्षण कराया जा रहा है। इससे पुनरीक्षण अवधि में मतदाताओं को अनावश्यक परेशानियों से बचाया जा सकेगा।
लखनऊ में आगरा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, कानपुर नगर, लखनऊ, रायबरेली, उन्नाव, सीतापुर, हरदोई, बाराबंकी, झांसी, जालौन, ललितपुर, बांदा, हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट, गोण्डा, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, फतेहपुर, बरेली, शाहजहांपुर, बदायूं, अलीगढ़, मुरादाबाद, गोरखपुर और पीलीभीत जनपदों के जिला निर्वाचन अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
इससे पूर्व मेरठ और वाराणसी में भी प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जा चुके हैं। निर्वाचन आयोग का यह व्यापक प्रयास सुनिश्चित करेगा कि आगामी चुनाव निष्पक्ष, पारदर्शी और मतदाताओं के लिए सुविधाजनक हों।