उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी ने दी पीलीभीत को 248 करोड़ की सौगात, 26 परियोजनाओं का किया शिलान्यास-लोकार्पण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज 6 अक्टूबर यानी की शुक्रवार को पीलीभीत पहुंचे। उन्होंने वन विभाग के मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस में आयोजित वन्यजीव सप्ताह के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री योगी ने कार्यक्रम स्थल पर लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस से 248 करोड़ रुपए की 26 परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इसके बाद वन विभाग के कई अधिकारियों को सम्मानित भी किया।

मुख्यमंत्री योगी ने आज शुक्रवार को मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस पहुंचकर वन्यजीव सप्ताह का समापन किया। कार्यक्रम के मुताबिक, आज शुक्रवार दोपहर करीब 1:35 बजे मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर कार्यक्रम स्थल के पास बनाए गए हेलीपैड पर उतरा। वन राज्यमंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, राज्यमंत्री संजय गंगवार एवं बीजेपी जिलाध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री का शानदार तरीके से स्वागत किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और इसके बाद जनसभा को भी संबोधित किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वन्यजीवों के संरक्षण के लिए सरकार लगातार कोशिश कर रही है। इसी के परिणाम स्वरूप पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या दिन पर दिन बढ़ रही है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) में पारिस्थितिक तंत्र और जैव विविधता के प्रमुख मिस मिंडोरी पैक्सटन की तरफ से पीलीभीत टाइगर रिजर्व को अंतरराष्ट्रीय स्तर का टाइगर एक्स टू अवार्ड दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पहले वन्यजीव हमले में लोगों की हानि होती थी तो काई सहायता नहीं मिल पाती थी। हमने इसे आपदा घोषित किया था। अगर कोई जनहानि होती है तो पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाती है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जो गांव जंगल से सटे हुए हैं, वहां अवश्य ही फेंसिंग कराई जाएगी ताकि वन्यजीवों को आबादी के पास आने का मौका न मिले। मुख्यमंत्री योगी के कार्यक्रम को ध्यान में रखकर कड़ी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। शाहजहांपुर, बरेली और बदायूं से पुलिस फोर्स बुलाई गई थी। इसमें 3 ASP, 10 CO, 25 इंस्पेक्टर, 80 उप निरीक्षक, 250 सिपाही के अलावा दो कंपनी PAC शामिल थीं। इसके साथ ही जिले की फोर्स भी तैनात रही। सीएम योगी की सुरक्षा के लिए डॉग स्क्वाड के अलावा मोबाइल यूनिटों को भी लगाया गया है। ये टीमें क्षेत्र में लगातार भ्रमण करती रहीं। कार्यक्रम स्थल पर ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की गई।