पंजाब में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सिद्धू ने अरविंद केजरीवाल से पूछा कि पंजाब की जनता के लिए की गई मुफ्त योजनाओं के वादों के लिए पैसे कहां से आएंगे तो केजरीवाल ने चन्नी सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर वहीं से पैसा बचाकर योजनाओं में लगाने की बात कही.
आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सिद्धू के एक ट्वीट पर पलटवार करते हुए शनिवार को लिखा, “अखबार/TV वालों ने आपके CM के हल्के में रेत चोरी पकड़ी है. उनका कहना है मुख्यमंत्री के रेत माफिया से संबंध हैं. CM कोई ऐक्शन नहीं ले रहे. बादल जी और कैप्टन साहिब दोनों इस पर चुप हैं. आप भी चुप हैं. क्यों? मुख्यमंत्री से लेकर नीचे तक रेत चोरी हो रही है. इसे रोकेंगे तो 20 हजार करोड़ रुपए आ जाएंगे.”
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सिद्धू ने 7 दिसंबर को एक ट्वीट में लिखा था कि पंजाब के लोग अरविंद केजरीवाल से जानना चाहते हैं कि आप जो हर दिन मुफ्त में चीजें देने की घोषणा कर रहे हैं, उसके लिए पैसा कहां से लाएंगे? उन्होंने लिखा था, “अगर आप वादों के लिए बुनियादी आर्थिक आधार नहीं प्रदान कर सकते तो लोगों को बेवकूफ बनाना बंद करें. पंजाबी आमदनी चाहते हैं ना कि भीख. पंजाब मॉडल वो मॉडल है, जो सभी पंजाबियों को आय और मौका उपलब्ध कराती है.
पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी ने समाज के विभिन्न वर्गों के लिए कई तरह की रियायतों की घोषणा की है. अपने पंजाब के दौरे के दौरान, अरविंद केजरीवाल ने वादा किया था कि अगर AAP सत्ता में आती है, तो उसकी सरकार राज्य की प्रत्येक महिला के खाते में 1,000 रुपए प्रति माह डालेगी और उन्होंने इसे “दुनिया का सबसे बड़ा महिला सशक्तीकरण” कार्यक्रम करार दिया. इससे पहले वह हर घर के लिए 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली, 24 घंटे जलापूर्ति, सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज और दवाओं का वादा कर चुके हैं.
अवैध रेत खनन के मामले पर सरकार को घेर रही AAP
इन्हीं वादों के कारण पिछले कुछ दिनों से सिद्धू AAP की घोषणाओं को लेकर केजरीवाल पर निशाना साध रहे हैं. इसके उलट आम आदमी पार्टी भी पंजाब सरकार और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को घेर रही है. आम आदमी पार्टी ने पिछले शुक्रवार को कहा था कि पंजाब के मुख्यमंत्री अवैध रेत खनन मामले के खिलाफ कार्रवाई करते हैं, तो वह उन्हें ऐसे हर मामले में 25-25 हजार रुपये का ईनाम देगी.
इससे एक दिन पहले ही चन्नी ने कहा था कि अवैध खनन के किसी मामले पर संबंधित अधिकारियों का ध्यान दिलाने पर 25 हजार रुपए का ईनाम दिया जाएगा. आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता और पंजाब मामलों के सह-प्रभारी राघव चड्ढा ने चन्नी की घोषणा को ”राज्य की जनता को मूर्ख बनाने का नाटक” करार दिया. चड्ढा ने आरोप लगाया था कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने अपने विधानसभा क्षेत्र में अवैध खनन पर ध्यान दिलाए जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की. उन्होंने दावा किया कि चन्नी ने रेत माफिया से समझौता कर रखा है.