पाकिस्तान में गधों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। यह गधों की आबादी वाला दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बन गया है। आर्थिक सर्वेक्षण 2021 के अनुसार देश में हर साल एक लाख गधों की वृद्धि हो रही है। इसके अलावा भैसों की संख्या में 1.2 मिलियन का इजाफा हुआ है। पाकिस्तान में मवेशियों और गधों की संख्या में बढ़ोतरी का खुलासा सबसे पहले पंजाब पशुधन विभाग ने किया था।
राज्य ने पशुओं के नि:शुल्क इलाज के लिए पशु चिकित्सालय की स्थापना की है। वित्तीय वर्ष 2020-2021 के दौरान अकेले लाहौर में गधों की आबादी में 41,000 का इजाफा हुआ हैं। भेड़ों की संख्या में एक साल में 4 लाख की वृद्धि हुई।
पाकिस्तान में पशुपालन चरम पर है, क्योंकि मालिकों की रिपोर्ट है कि जानवर उन्हें अच्छा व्यवसाय दिलाते हैं, विशेषकर लाहौर में यह व्यवसाय अधिक तेजी से फैल रहा है। बकरी से डेयरी उत्पाद में लाभ होता है जबकि गधों का प्रयोग निर्माण स्थल पर सामान उतारने-चढ़ाने के साथ-साथ गाड़ियों को फेरी लगाने के लिए किया जाता है।
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इसके अलावा पाकिस्तान हर साल चीन को बड़ी संख्या में गधे भेजता है, जहां इसकी कीमत बहुत अधिक है। चीन में गधों की खाल का इस्तेमाल कई तरह से किया जाता है। चीन खाल से निकली जिलेटिन का इस्तेमाल दवाई बनाने के लिए करता है।