आपको बता दें कि बलूचिस्तान की मानवाधिकार कार्यकर्ता करीमा बलोच की कनाडा में संदिग्ध मौत के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। खबरों के मुताबिक हत्या के खिलाफ पाकिस्तान के डेरा गाज़ी खान इलाके में सैकड़ों लोगों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया।
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करीमा बलोच की संदिग्ध हत्या ने पकड़ा तूल, सैकड़ों लोग सड़क पर उतरे
करीमा बलोच की संदिग्ध हत्या ने पकड़ा तूल, सैकड़ों लोग सड़क पर उतरे। बता दें कि प्रदर्शनकारियों ने हाथों में करीमा के समर्थन में लिखी तख्तियां थीं और लोग पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। पाकिस्तानी सेना के जुल्मों के खिलाफ खुलकर आवाज उठाने वाली करीमा बलोच का शव कनाडा के टोरंटो में बीते सोमवार मिला था।
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खबरों के मुताबिक वह रविवार से लापता थी। टोरंटो पुलिस ने 23 दिसंबर को करीमा मौत को गैर-आपराधिक मौत बताया था लेकिन बलोच के परिवार और दोस्त इस मामले की गंभीरता से जांच किए जाने की मांग कर रहे हैं। करीमा बलोच की संदिग्ध हत्या ने पकड़ा तूल, सैकड़ों लोग सड़क पर उतरे।
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करीमा बलोच पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में सेना द्वारा लापता किए जा रहे लोगों के लिए हमेशा आवाज उठाती रही थीं। सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में उनकी पहचान थी। अब बलोच ह्यमन राइट्स काउंसिल ने संयुक्त राष्ट्र से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है ताकि इसकी करीमा बलोच की संदिग्ध मौत की निष्पक्ष जांच हो सके।
करीमा बलोच की संदिग्ध हत्या ने पकड़ा तूल, सैकड़ों लोग सड़क पर उतरे। बता दें कि दुनिया भर के करीब 50 से ज्यादा ऐक्टिविस्ट्स, जर्नलिस्ट्स और अन्य लोगों ने करीमा बलोच की संदिग्ध मौत को लेकर चिंता जाहिर की है। बताया यह भी गया कि पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई की वजह से करीमा बलोच भागकर कनाडा चली गई थीं और अपने पति के साथ सालों से वहीं रह रही थी।