सपा नेता ने खून से राष्ट्रपति को लिखा ख़त, बयां किया कोरोना से उठ रहा शहर का दर्द

वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते संक्रमण काल से स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हो चुकी हैं। ऐसे में जनता सड़क से लेकर अस्पतालों के गेटों पर मरने को मजबूर है, जिससे यह सुनिश्चित है कि इलाज को लेकर जनता पूरी तरह से परेशान हो चुकी है। वहीं आलाधिकारी जनता का फोन उठाना तो दूर राजनेताओं और जनप्रतिनिधियों का भी फोन नहीं उठा रहे हैं। इसको लेकर राजनेताओं के भी हाथ कटे हुए हैं और जनता इलाज के लिए राजनेताओं के घरों पर दत्तक दे रही है। इसको लेकर मंगलवार को राष्ट्रपति के नाम खून से पत्र लिखा गया और गुहार लगाई गई कि अपने शहर की जनता को बचाने के लिए राष्ट्रपति आगे आएं। यह बातें मंगलवार को सपा नगर अध्यक्ष डा. इमरान ने खून का पत्र लिखने के दौरान कही।

कोरोना की वजह से मर रहे लोग

औद्योगिक नगरी कानपुर नगर में कोरोना संक्रमण का फैलाव बराबर बढ़ता ही जा रहा है और  सही से इलाज न मिल पाने से मरीज और तीमारदार परेशान हो रहे हैं। हालांकि शासन ने कोरोना सक्रंमण की चेन तोड़ने के लिए भरसक प्रयास कर रही है। इसके बावजूद कोरोना का दायरा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। रही सही कसर अधिकारी पूरा कर रहे हैं और परेशान शहरवासियों का फोन ही नहीं उठाया जा रहा है। इसको लेकर मंगलवार को सपा नगर अध्यक्ष की अगुवाई में सपाइयों ने विरोध दर्ज कराया।

नगर अध्यक्ष डा. इमरान ने बताया कि पिछले तीन दिनों से मंडलायुक्त डा. राजशेखर, जिलाधिकारी आलोक तिवारी और सीएमओ डा. अनिल मिश्र को लगातार फोन पर और कार्यों से समय लेने के लिए फोन किया जा रहा है, पर किसी भी अधिकारी ने फोन रिसीव नहीं किया और अधिकारियों के कर्मचारी द्वारा समय देने के लिए गुमराह किया जा रहा है। इसको लेकर नगर अध्यक्ष डा. इमरान ने आज बड़ा चौराहा भारत माता प्रतिमा स्थल पर देश के महामहिम राष्ट्रपति महोदय के नाम अपने खून से पत्र लिखकर कानपुर शहर में कोरोनावायरस से जनता की होने वाली मृत्यु से अवगत कराया तथा जनता की सुरक्षा के लिए गुहार लगाई।

अस्पतालों के गेट पर और सड़कों पर दम तोड़ रहे मरीज

नगर अध्यक्ष ने महामहिम राष्ट्रपति महोदय के नाम अपने खून से पत्र लिखकर बताया कि इस समय कानपुर शहर में कोरोनावायरस बीमारी से हजारों की संख्या में जनता पॉजिटिव हो रही है। कानपुर शहर के कोविड-19 अस्पतालों में 691 बेड खाली होने के उपरांत भी डॉक्टरों द्वारा अस्पताल में बेड उपलब्ध नहीं है कह कर मरीजों को वापस किया जा रहा है कानपुर शहर में ऑक्सीजन की भारी किल्लत है मरीजों को समय से ऑक्सीजन व सही से इलाज ना मिलने के कारण पॉजिटिव मरीज अपने घरों में सड़कों पर और अस्पतालों के गेटों पर दम तोड़ रहे हैं।

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आगे बताया कि कानपुर शहर की स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ध्वस्त हो गई हैं, सीएमओ के आदेश के बिना मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है। होम आइसोलेशन के करने के लिए दवाओं की एक किट मिलती है जिसकी कीमत बाजार में 1100 रुपये है जिसको बाजार में ब्लॉक करके ऊंचे दामों में बेचकर मोटी रकम कमाई जा रही है