संभलकर चीन…जल्द ही और मजबूत हो जाएगी भारतीय वायुसेना

भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्‍चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर जारी गहमागहमी के बीच भारतीय वायुसेना (आईएएफ) की मजबूती अब और बढ़ जाएगी। दरअसल, जल्द ही राफेल जेट का दूसरा बैच फ्रांस से भारत आने वाला है। इसके लिए भारतीय वायुसेना (आईएएफ) की एक टीम फ्रांस पहुंच भी चुकी है। इस टीम को एक टू स्टायर आईएएफ ऑफिसर लीड कर रहे हैं। बता दें कि राफेल जेट का पहला बैच 29 जुलाई को भारत आया था, जो इस समय लद्दाख में एलएसी की निगरानी में तैनात है।

इस बारे में जानकारी देते हुए आईएएफ के अधिकारियों ने बताया कि फ्रांस पहुंची आईएएफ की टीम की अगुवाई असिस्टेंरट चीफ ऑफ एयर स्टाफ (प्रोजेक्ट्सम) कर रहे हैं। यह टीम इस हफ्ते की शुरुआत में प्रोजेक्ट की तैयारियों का जायजा लेने के लिए फ्रांस पहुंची हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि अक्टूबर के अंत तक राफेल जेट का यह बैच भारत पहुंच जाएगा। अधिकारियों की तरफ से बताया गया है कि अगले कुछ हफ्तों में राफेल जेट का एक और बैच भारत आएगा। तारीखों पर अभी फैसला होना बाकी है।

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भारत और फ्रांस के बीच साल 2016 में 36 राफेल जेट्स की डील करीब 59,000 करोड़ की लागत से हुई थी। इन जेट्स को कंपनी दसॉल्टउ ने आईएएफ की जरूरतों के मुताबिक तैयार किया है। पांच राफेल जेट का पहला बैच 29 जुलाई को अबु धाबी के अल दाफ्रा एयरबेस होने हुए अंबाला पहुंचा था। इसके बाद 10 सितंबर को इन जेट्स को औपचारिक तौर पर वायुसेना में शामिल किया गया है।

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अभी ये जेट लद्दाख एयरबेस में तैनात हैं, जो एलएसी की निगरानी कर रहे हैं। दरअसल, भारत और चीन के बीच एलएसी पर युद्ध की स्थिति बनी हुई है, और दोनों के बीच टकराव जारी हैं। उधर, पाकिस्तान की ओर से भी एलओसी पर फायरिंग होती रहती है। ऐसे में राफेल का दूसरा बैच वायुसेना में शामिल हो जाने से सेना की मजबूती और बढ़ जाएगी। बताया जा रहा है कि फ्रांस से हर दो महीने में चार राफेल भारत को मिलने हैं।