संयुक्त राज्य अमीरात में खेले जा रहे इंडियन प्रीमियम लीग (आईपीएल)-2020 ने अपना आधा सफ़र तय कर लिया है। इस आधे सफ़र के बाद भारतीय क्रिकेट टीम और रॉयल चेलेंजर्स बेंगलोर के कप्तान विराट कोहली ने टी-20 क्रिकेट में अतिरिक्त अधिकार की मांग उठाई है। दरअसल कोहली ने वाइड बॉल और कमर तक की नो बॉल को लेकर दिए गए मैदानी अंपायरों के फैसलों पर रिव्यू लेने की वकालत की है।
कोहली ने यह मांग किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान लोकेश राहुल के साथ इंस्टाग्राम पर बातचीत करते हुए की। इस बातचीत के दौरांन उन्होंने कहा कि एक कप्तान के तौर पर मैं चाहता हूं कि मैं वाइड बॉल और कमर से ऊपर की नो बॉल के गलत फैसले पर रिव्यू ले सकूं। उनका कहना है कि अम्पायर का एक फैसला मैच के नतीजे को प्रभावित कर सकता है। उन्होंने कहा कि हमने अतीत में देखा है कि यह छोटे फैसले टी-20 मैच और आईपीएल जैसे टूर्नामेंट पर कितना बड़ा प्रभाव डालते हैं।
धोनी की वजह से कोहली ने की यह मांग
विराट कोहली ने यह मांग चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की वजह से की है। दरअसल, बीते मंगलवार को सनराइजर्स हैदराबाद और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेले जा रहे मैच के दौरान मैदानी अंपायर पॉल राइफल ने अपना एक फैसला धोनी की प्रतिक्रिया पर बदल दिया था।
चेन्नई और हैदराबाद के बीच मंगलवार को खेल गए मैच में हैदराबाद की पारी के 19वें ओवर में शार्दूल ठाकुर की गेंद पर पॉल ने वाइड बॉल का फैसला लेने के लिए अपने हाथ खोल लिए थे। लेकिन ठाकुर और धोनी की प्रतिक्रिया के बाद उन्होंने अपना फैसला बदल लिया था।