पीएम मोदी राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 2023 के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमें 2047 के लिए एक स्पेशल लक्ष्य मिला है। हमें अपने देश को विकसित और आत्मनिर्भर बनाने की जरुरत है। चाहे वह देश की आर्थिक वृद्धि हो या सतत विकास का लक्ष्य हो या नवाचार (innovation) के लिए एक समावेशी पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) बनाना हो, टैक्नोलॉजी हर कदम में महत्वपूर्ण है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज, भारत हर उस दिशा में आगे बढ़ रहा है जो एक टैक्नोलॉजी लीडर देश के लिए आवश्यक है। 2014 में हमारे पास केवल 150 इन्क्यूबेशन सेंटर थे लेकिन अब यह 650 से अधिक हो गए हैं।
टैक्नोलॉजी और साइंस ने भारत की प्रगति को नई गति दी। पिछले 9 वर्षों से केंद्र सरकार, भारत को साइंस और टैक्नोलॉजी के पावर हाउस के रूप में स्थापित करने की दिशा में निरंतर कार्यरत है। यही वजह है कि आज ‘वैज्ञानिक अनुसंधान’ के क्षेत्र में देश विश्व के टॉप 5 देशों में एक है।
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पीएम मोदी ने 5800 करोड़ रुपये से अधिक की कई वैज्ञानिक परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित किया।