लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजनीति में 28 जुलाई 2025 का दिन ऐतिहासिक बन गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री पद पर कार्य करने का गौरव प्राप्त कर लिया है। उन्होंने भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत का 72 वर्ष पुराना रिकॉर्ड तोड़ते हुए एक नया अध्याय लिख दिया है। योगी आदित्यनाथ ने अब तक 8 साल और 132 दिन का कार्यकाल पूरा कर लिया है, जबकि पंडित गोविंद बल्लभ पंत का कार्यकाल (स्वतंत्रता से पूर्व सहित) 8 साल और 127 दिन था। इस उपलब्धि से योगी आदित्यनाथ ने यह साबित किया है कि उनका कार्यकाल प्रदेश की राजनीति में एक नया कीर्तिमान स्थापित करने वाला है।
योगी आदित्यनाथ का यह कार्यकाल केवल समय की दृष्टि से ही नहीं, बल्कि विकास, कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक सुधारों के मामले में भी ऐतिहासिक माना जा रहा है। उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। योगी आदित्यनाथ ने स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव, एन.डी. तिवारी, मायावती और अखिलेश यादव जैसे कद्दावर नेताओं को पीछे छोड़ते हुए अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाई है।
योगी आदित्यनाथ ने अविभाजित उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी का 37 वर्ष पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। तिवारी जी दो बार मुख्यमंत्री रहे थे, लेकिन योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार सत्ता में रहते हुए सबसे लंबा कार्यकाल पूरा करने वाले पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं। उन्होंने विधान भवन की प्राचीर पर आठवीं बार ध्वजारोहण कर एक और नया रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।
प्रशासनिक सुधार और विकास कार्यों की मिसाल योगी सरकार के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था में सुधार को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई। संगठित अपराध, माफिया संस्कृति और महिलाओं के विरुद्ध अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण लगाने के लिए कई कड़े कदम उठाए गए। पुलिस विभाग में तकनीकी सुदृढ़ता और जवाबदेही बढ़ाने के प्रयास किए गए, जिससे आम जनता में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई।
साथ ही, राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे जैसी परियोजनाएँ राज्य को नई गति देने में सहायक बनीं। औद्योगिक निवेश के लिए ‘ग्राउंड ब्रेकिंग’ समिट्स और नीति परिवर्तनों ने उत्तर प्रदेश को निवेशकों का पसंदीदा राज्य बना दिया।
किसानों और गरीबों के लिए योजनाओं की बहार किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का प्रभावी क्रियान्वयन, कृषि यंत्रों की उपलब्धता, मंडियों में सुधार और सिंचाई योजनाओं का विस्तार योगी सरकार की प्राथमिकता में रहा। गरीबों और पिछड़े वर्गों को लाभान्वित करने के लिए उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत, और प्रधानमंत्री आवास योजना जैसे कार्यक्रमों को राज्य सरकार ने तीव्रता से लागू किया।
कोविड-19 प्रबंधन में मॉडल बना उत्तर प्रदेश कोरोना महामारी के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ी तत्परता के साथ टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और ट्रेसिंग की नीति अपनाई। कोविड प्रबंधन में राज्य की कार्यप्रणाली को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया। मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार और ऑक्सीजन प्लांट्स की स्थापना ने संकट के समय लाखों लोगों की जान बचाने में अहम भूमिका निभाई।
योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई और अब वह 2027 में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों की ओर अग्रसर है। उनके द्वारा किए गए कार्यों और जनहित योजनाओं का प्रभाव राज्य की राजनीति पर स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। उनका दृढ़ नेतृत्व, अनुशासनप्रियता और विकास के प्रति समर्पण ने उन्हें राज्य में एक निर्णायक और लोकप्रिय नेता के रूप में स्थापित कर दिया है।