पीएम मोदी ने शुरू की आत्मनिर्भर भारत अभियान, रहेगा विज्ञान का भी योगदान

रिपोर्ट-डॉ दिलीप अग्निहोत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट के दौरान ही आत्मनिर्भर भारत अभियान शुरू किया था। इसमें विज्ञान के योगदान को भी सम्मलित किया गया था।  इसके दृष्टिगत लखनऊ सीएसआईआर आईआईटीआर के प्रांगण में छठवें भारत अंतराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के कर्टेन रेजर सेरेमनी का शुभारंभ मंत्री नीलिमा कटियार और महापौर संयुक्ता भाटिया ने किया।

आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए पीएम मोदी कार्यरत

इस अवसर पर महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि आज विज्ञान के क्षेत्र में देश नित नए ऊचाइयों को छू रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने हम सभी भारतवासियों को आत्मनिर्भरता का मंत्र दिया है, हम सभी ने इस मंत्र को आत्मसात कर भारत को परम वैभवम के शिखर तक ले जाने के लिए कमर कसी है।

भारतीयों में प्रतिभा और ज्ञान की कमी नही है, यहाँ ज्ञान का अथाह सागर है, यदि भारतीयों को उचित मार्गदर्शन और सही दिशा प्राप्त हो,तो भारत को परम वैभव के शिखर तक जाने से दुनिया की कोई शक्ति नही रोक सकती। हमने कई मौकों पर यह कर के दिखाया है। इसका जीता जागता उदाहरण है मंगलयान, हमने पहले ही प्रयास में अपने सीमित संसाधनों में मंगल की कक्षायों में अपने यान को भेदने में सफलता प्राप्त की, जो आज तक विश्व का कोई देश नही कर सका। यह हमारी क्षमताओं का उदाहरण मात्र है। आज कोरोना की वैक्सीन के मामले में भी हम आत्मनिर्भरता की ओर है।

प्रधानमंत्री ने इसी को और दिशा देने,इसका और संवर्धन करने का आत्मनिर्भरता के जरिए हमे संकल्प दिलाया है। उन्होंने विज्ञान के क्षेत्र में हमे आत्मनिर्भर बनने का राह दर्शायी है। अब समय आ गया है कि हम अपने ज्ञान और क्षमताओं का उपयोग अपने राष्ट्र के विकास और उसकी उन्नति के लिए करें। और इसके लिए सीढ़ी के रूप में आत्मनिर्भरता का मंत्र हमे प्रधानमंत्री  ने दिया है।

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अभी हम विदेशो से आयात करते है, कल विदेशी हमसे टेक्नोलॉजी आयात करेंगे, भारत मे विज्ञान की  आत्मनिर्भरता आएगी। इस वर्ष के भारत अंतराष्ट्रीय विज्ञान उत्सव की थीम “आत्मनिर्भर भारत एवं विश्व कल्याण के लिए विज्ञान“ है। समारोह में भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान मोहोत्सव के पोस्टर को लांच किया।