इंफाल। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को मणिपुर के जिरिबाम जिले में एक राहत शिविर का दौरा किया। कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि राहुल जिरिबाम उच्च माध्यमिक स्कूल में बनाए राहत शिविर में पहुंचे और उसमें रह रहे लोगों से बातचीत की।
उन्होंने बताया, जिरिबाम राहत शिविर में राहुल ने आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि इससे पहले, राहुल ने असम में एक राहत शिविर का दौरा किया और उसके बाद वह सड़क मार्ग से जिरिबाम पहुंचे। वहीं, कांग्रेस ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के मणिपुर दौरे की पृष्ठभूमि में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि प्रधानमंत्री को कुछ घंटों के लिए भी मणिपुर जाने का समय नहीं मिला और न ही उन्होंने इसकी इच्छा जताई।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट किया, नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री आज मॉस्को जा रहे हैं। वहीं लोकसभा में विपक्ष के नेता असम और मणिपुर जा रहे हैं। नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री के लिए ढोल पीटने वालों ने इस बात को लेकर बड़े-बड़े दावे किए हैं कि उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध को कुछ समय के लिए रुकवा दिया था। उनकी मॉस्को की इस यात्रा के दौरान संभवत: और भी विचित्र दावे किए जाएंगे। रमेश ने कहा कि 14 महीने पहले राज्य में भड़की हिंसा के बाद से यह राहुल गांधी की मणिपुर की तीसरी यात्रा है।
उन्होंने कहा, तीन मई 2023 को राज्य में गंभीर संकट उत्पन्न होने के बाद नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री को कुछ घंटों के लिए भी मणिपुर जाने का समय नहीं मिला और न ही उन्होंने इसकी इच्छा जताई। उन्होंने न तो राज्य के मुख्यमंत्री से मुलाकात की है, जो कि उनकी अपनी ही पार्टी के हैं और न ही वह वहां के विधायकों, सांसदों सहित अन्य राजनेताओं से मिले हैं। इंफाल घाटी में रहने वाले मेइती और पहाड़ी इलाकों में रहने वाले कुकी लोगों के बीच पिछले साल मई से जारी जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।