मांगे पूरी ना होने पर पूर्व सैनिक अपने ‘सम्मान’ व ‘पदक’ मुख्यमंत्री को सौंपेंगे

15 अक्टूबर को लखनऊ में निकलेगी “तिरंगा यात्रा”

लखनऊ। प्रदेश में पूर्व सैनिकों के सम्मान के लिए 15 अक्टूबर को सैनिक सम्मान यात्रा “तिरंगा यात्रा” निकालेंगे। इसकी घोषणा वेटरन्स एसोसिएशन की बैठक में शुक्रवार को की गई। एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयप्रकाश मिश्र ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सैनिकों, पूर्व सैनिकों व उनके परिवारजनों की समस्याओं को देखते हुए प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह, प्रदेश प्रभारी रमेश सिंह उर्फ गुड्डू भैया व प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रमोद श्रीवास्तव के अनुमोदन पर सैनिक सम्मान यात्रा प्रातः 10:00 बजे जवाहर भवन से शुरू होकर मुख्यमंत्री आवास तक जाएगी।

फोटो: साभार गूगल

वही मांगे पूरी ना होने पर पूर्व सैनिक अपने सम्मान पदक मुख्यमंत्री को सौंपेंगे। इसकी संस्तुति राष्ट्रीय अध्यक्ष एम एल सोनी ने भी दे दी है। मिश्रा जी ने बताया कि सैनिक सम्मान यात्रा एक अनोखी यात्रा होगी जिसमें मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दो कतार में पदयात्रा की जाएगी। किसी भी सरकारी संपत्ति का कोई नुकसान नहीं किया जाएगा। रोड पर चलने वाले किसी व्यक्ति को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होने दिया जाएगा। यह तिरंगा यात्रा दूसरे संगठन व पार्टियों के लिए एक नजीर होगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष एम एल सोनी अस्वस्थ होने के कारण सिकंदराबाद, तेलंगाना में इलाज करा रहे हैं, इसके बावजूद भी सैनिक सम्मान तिरंगा यात्रा में भाग लेने हेतु हवाई यात्रा कर उपस्थित होने की सहमति व्यक्त की है।

सैनिक  तिरंगा यात्रा के मुख्य अतिथि दुर्गेश यादव जी होंगे

दुर्गेश यादव

देश के जांबाज दुर्गेश यादव जोकि तोपखाना रेजिमेंट से हैं शौर्य और पराक्रम के साथ कुपवाड़ा में आतंकियों से लोहा लेते हुए इन्होंने अपने पैर गवा दिए हैं तथा 2017 में सेना से सेवानिवृत्त हैं। शासन और प्रशासन सारे ऑफिसों के चक्कर काटने के बाद भी इन्हें निराशा मिली। ना तो इन्हें किसी भी प्रकार के सुविधाएं,पेट्रोल पंप आवंटन ना तो गैस एजेंसी किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं मिली है। आज दुर्गेश यादव जी किसी प्रकार से अपना जीवन यापन कर रहे हैं। अब उत्तर प्रदेश में भूतपूर्व सैनिकों के न्याय को लेकर 15 अक्टूबर को सैनिक सम्मान यात्रा तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया है। जिसमें पूर्व सैनिकों के ऊपर हो रहे अन्याय उत्पीड़न अत्याचार को लेकर के आवाज उठाई जाएगी। मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार किया जा रहा है। न्याय न मिलने की दशा में प्रदेश के सभी भूतपूर्व सैनिक अपने सम्मान व पदक मुख्यमंत्री जी को प्रत्यर्पण करेंगे।