आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के हिस्से के रूप में स्वच्छ गंगा के लिए राष्ट्रीय मिशन (एनएमसीजी) ने आज यमुना की महिमा का जश्न मनाने के लिए असिता ईस्ट रिवर फ्रंट, आईटीओ ब्रिज पर गैर सरकारी संगठनों के एक समूह के साथ मिलकर यमुनोत्सव का आयोजन किया।
इस दौरान एनएमसीजी के डीजी जी. अशोक कुमार ने गंगा नदी की सबसे बड़ी और सबसे महत्वपूर्ण सहायक नदी यमुना को साफ करने के लिए सभी हितधारकों को हाथ मिलाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि दिल्ली के लोग अगले साल तक अधिक स्वच्छ यमुना देखेंगे। एनएमसीजी यमुना नदी से जुड़े सीवरेज बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए लगभग 2300 करोड़ रुपये फंड कर रहा है।
कुमार ने कहा कि हम सभी को अपनी यमुना नदी, इसके किनारों, इसकी जैव विविधता, इसकी वनस्पतियों और जीवों पर गर्व होना चाहिए और जैसा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल्पना की थी, गंगा नदी और उसकी सहायक नदियों, सबसे महत्वपूर्ण यमुना की सफाई, एक जन आंदोलन बनना चाहिए।
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यमुना को साफ करने के लिए एनएमसीजी की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कुमार ने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत, गंगा बेसिन पर ध्यान केंद्रित किया गया था और इसके सकारात्मक परिणाम अब दिख रहे हैं। अब लक्ष्य यमुना नदी को साफ करना है। इसके लिए यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी प्रमुख नालों और गंदे पानी को यमुना में गिरने से रोका जाए। इसके लिए हितधारकों के सहयोग से दिसंबर 2022 तक तीन बड़े मलजल उपचार संयंत्र (एसटीपी) को पूरा कर लिया जाएगा।
यमुनोत्सव मनाने के लिए सुबह 1000 से अधिक लोग यमुना घाट पर एकत्र हुए। इस दौरान लाइव पेंटिंग, नुक्कड़ नाटक, शास्त्रीय प्रदर्शन, आध्यात्मिक प्रदर्शन, संगीत और नृत्य कार्यक्रम हुए।