दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने ग्रेटा थनबर्ग के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। ग्रेटा थनबर्ग ने किसान आंदोलन को लेकर ट्वीट किया था। ग्रेटा ने अपने एक्टिविज्म के चलते कम उम्र में प्रसिद्धि हासिल की। दुनिया के बड़े मंचों पर वह पर्यावरण को लेकर अपनी बात को बेबाकी से रखती रही हैं। किसानों की परेशानी को देखते हुए बुधवार को उन्होंने एक ट्वीट किया। इसके बाद से भारत में काफी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली है।
ग्रेटा थनबर्ग स्वीडन की एक पर्यावरण कार्यकर्ता हैं, जिनके पर्यावरण आन्दोलन को अन्तरराष्ट्रीय ख्यति मिली है। स्वीडन की इस किशोरी के आन्दोलनों के फलस्वरूप विश्व के नेता अब जलवायु परिवर्तन पर कार्य करने के लिए विवश हुए हैं। ग्रेटा का जन्म 3 जनवरी 2003 को हुआ था।
ग्रेटा थनबर्ग ने किसानों के समर्थन में किए गए अपने ट्वीट में भारत की सत्तारूढ़ पार्टी भारतीय जनता पार्टी को फासीवादी पार्टी करार दिया। ग्रेटा ने ट्वीट कर बताया कि भारत सरकार पर किस तरह दबाव बनाया जा सकता है, इसके लिए उन्होंने अपनी कार्य योजना से संबंधित एक दस्तावेज भी साझा की।
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दस्तावेज को पढ़ने के बाद स्पष्ट होता है कि ग्रेटा किसी बड़े भारत विरोधी प्रोपेगेंडा मुहिम का हिस्सा हैं। ग्रेटा थनबर्ग के इस ट्वीट से खुलासा हुआ कि गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा से लेकर अब तक जो हुआ, वो सब एक साजिश के तहत हुआ है और इसमें वैश्विक शक्तियां भी जुड़ी हुई हैं। इसी सब को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस ने ग्रेटा पर एफआईआर दर्ज की है।