उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने विश्व जल दिवस के अवसर पर लोगों से अपील की है कि वे जल के महत्व व उसकी महत्ता के बारे में जन-जन तक जागरूकता पैदा करने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि जल है, तो कल है। जल ही जीवन है। जीवन की रक्षा जल से ही होनी है। इसलिये जल को बचाने और संरक्षित रखने में समाज का प्रत्येक व्यक्ति अपना महत्वपूर्ण योगदान दे।

वर्षा जल के संचयन पर विशेष जोर देते हुये केशव मौर्य ने लोगों का आह्वान किया है कि अम्बर की अमृत बूदों को सहेजने का पुण्य कार्य सभी लोग करें। सभी तरह से जल बचाएं। जल बचेगा तो हमारा कल सुनहरा होगा। पानी की अहमियत उसकी कीमत से ज्यादा है, जल के संसाधनों को बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है। जहां भी गिरे और जब भी गिरे, वर्षा का पानी इकट्ठा करें। लोगों को पानी के महत्व के बारे में समझायें, जल नहीं होगा, तो जीवन ही नहीं रहेगा।
मौर्य ने वर्षा जल संचयन को जन आन्दोलन के रूप में चलाये जाने की आवश्यकता पर बल देते हुये कहा है कि जल संग्रहण प्रणाली को मजबूत किया जाना चाहिये, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के मुकम्मल इंतजाम किये जाने चाहिये और जल स्रोतो से अतिक्रमण हटाया जाना चाहिये।
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उप मुख्यमंत्री ने कहा कि शुद्ध जल मिलेगा तो बीमारियां कम होंगी, पेड़-पौधे लहलहाएंगें, हरियाली बढ़ेगी, प्रकृति स्वस्थ होगी और लोगों को ऑक्सीजन ज्यादा मिलेगी। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति कम से कम इतना तो प्रयास जरूर करे कि उसके आस-पास अनावश्यक रूप से जल दोहन न होने पाए।
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