कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है। बीते दिनों गुजरात की सूरत कोर्ट ने राहुल गांधी को एक मामले में दोषी करार देते हुए दो साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद राहुल की लोकसभा सदस्यता खत्म कर दी गई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ उत्तराखंड के हरिद्वार में एक और मानहानि का मुकदमा दायर किया गया है। राष्ट्रीय सेवक संघ कार्यकर्ता कमल भदौरिया में राहुल के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करवाया है। इसकी 12 अप्रैल को सुनवाई है।
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आरएसएस को बताया था 21वीं सदी का कौरव
राष्ट्रीय सेवक संघ की कौरवों से तुलना और पुजारियों का अपमान करने को लेकर संघ के एक कार्यकर्त्ता कमल भदौरिया ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के विरुद्ध द्वितीय न्यायिक मजिस्ट्रेट, हरिद्वार शिव सिंह की अदालत में मानहानि का परिवाद दाखिल किया है। राहुल गांधी ने हरियाणा में कहा कि आरएसएस 21वीं सदी का कौरव है।
कुरुक्षेत्र अंबाला में दिया था विवादित बयान
कमल भदौरिया ने अपनी याचिका में कहा कि आरएसएस ऐसा संगठन है जो हिंदुस्तान में आपदा और कठिन परिस्थितियों में आम लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संकट से लड़ने का कार्य करता है। इसकी वजह से देशवासियों की भावनाएं आरएसएस के साथ जुड़ी हुई है। इसके बावजूद राहुल गांधी ने 9 जनवरी, 2023 में कुरुक्षेत्र अंबाला में आरएसएस को 21वीं सदी का कौरव बताया था। इस दौरान राहुल ने कहा था कि आज के कौरव खाकी हाफ पेंट पहनते हैं, हाथों में लाठियां लेते हैं और शाखा लगाते हैं। 2 से 3 सबसे अमीर अरबपति लोग कौरवों के साथ खड़े हैं।
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पुजारियों का किया अपमान
कमल भदौरिया ने परिवाद में कहा कि राहुल ने कहा कि संघ के लोग हर-हर महादेव नहीं कहते, जय श्रीराम नहीं कहते, जो राहुल गांधी की मानसिकता का परिचय देती है। इसके अलावा राहुल गांधी ने कहा हिंदुस्तान तपस्वियों का देश है, न की पुजारियों का है जबकि भारत 110 करोड़ सनातनियों का देश है।