उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में युवजन सभा के जिलाध्यक्ष व जिला पंचायत सदस्य धर्मेंद्र यादव की जिलाधिकारी के कुर्की के आदेश को लेकर सपा ने मोर्चा खोल दिया है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि धर्मेंद्र यादव के जेल में रहने के बावजूद एकतरफा जीत से भाजपाई बौखलाए हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि सांसद और राज्यमंत्री के इशारे पर धर्मेंद्र के खिलाफ उत्पीड़न कार्रवाई की जा रही है। सपा मुखिया का आदेश मिलते ही कार्यकर्ता जेल भरने से नहीं चूकेंगे।
सपा जिलाध्यक्ष ने प्रशासन की कार्रवाई पर उठाई उंगली
मंगलवार को सपा जिलाध्यक्ष मंडी समिति स्थित जिला उपाध्यक्ष के प्रतिष्ठान पर वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत की 23 सीटों में सबसे जेल में रहते हुए सबसे बड़ी जीत धर्मेंद्र यादव ने दर्ज की थी। धर्मेंद्र यादव को अपने पाले में लाने के लिए ऐड़ी से चोटी तक का प्रयास भाजपा के नेताओं के द्वारा किया गया, लेकिन ऐसा न होने पर उसका उत्पीड़न शुरू कर दिया गया। धर्मेद्र के दो भाई फौज में हैं। देश की सेवा कर रहे हैं। ऐसे में उनके माता और पिता की सम्पत्ति में उनका भी अधिकार है। उनकी सम्पत्ति कुर्क करना प्रशासन की मंशा पर सवाल खड़ा कर रहा है।
प्रदीप यादव ने कहा कि जिला पंचायत के चुनाव में सपा के 13 सदस्य जीते थे। जबकि भाजपा के पांच सदस्य जीते थे। बसपा के चार सदस्य जीते थे। भाजपा का जिला पंचायत अध्यक्ष बनना साबित करता है कि कि स तरह प्रशासन ने तानाशाही रवैया अपनाया है।
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युवा नेत्री पल्लवी पाल ने कहा कि यदि प्रशासन ने अपनी हठधर्मिता न छोड़ी तो कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर सबक सिखाने का काम करेंगे। इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मो.इरशाद, जिला उपाध्यक्ष अवधेश भदौरिया, ओम प्रकाश ओझा, अशोक गुप्ता, अखिलेश सक्सेना, अमित यादव आदि लोग मौजूद रहे।