रामायण के विविध आयाम पर वेबिनार आज, शोध ग्रंथ का प्रकाशन भी होगा

लखनऊ। ग्लोबल इनसाइक्लोपीडिया ऑफ रामायण के अंतर्गत केन्द्रीय संस्कृति विभाग, अयोध्या शोध संस्थान और रामायण केंद्र भोपाल की ओर से “रामायण के विविध आयाम” शीर्षक का वेबिनार का आयोजन रविवार 11 अक्टूबर को सुबह 11 बजे से किया गया है।

फोटो: साभार गूगल

ग्लोबल इनसाइक्लोपीडिया ऑफ रामायण, मध्य प्रदेश और रामायण केंद्र भोपाल के निदेशक डॉ.राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि आमंत्रित वक्ताओं में दिल्ली के वरिष्ठ साहित्यकार एवं शिक्षाविद् डॉ.लल्लन प्रसाद, श्रीलंका के इनसाइक्लोपीडिया ऑफ रामायण के समन्वयक बाला संकुरातरी, अयोध्या के ज्योतिषाचार्य बालसंत मुकुंदाचार्यजी महाराज, झांसी के बाल संत शशिशेखरजी महाराज शामिल हैं।   अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक डॉ.योगेंद्र प्रताप सिंह की परिकल्पना और जगमोहन रावत के तकनीकी मार्गदर्शन में इस वेबिनार की अध्यक्षता भोपाल के भारतीय प्राच्य विद्या एवं रामायण विशेषज्ञ आचार्य कृष्णकांत चतुर्वेदी और मुख्य अतिथि थाइलैंड के बैंकाक से संस्कृत स्टडीज सेंटर के कोआर्डिनेटर डॉ. विलियर्ट वन दे बोगार्ट होंगे। डॉ.राजेश ने बताया कि उनके मार्गदर्शन में 25 से अधिक वेबिनार प्रसारित हो चुके हैं और वर्तमान में इस कड़ी में शोध ग्रंथ का प्रकाशन भी करवाने जा रहे हैं।