औद्योगिक नगरी कानपुर की आबादी भले ही प्रदेश की राजधानी से अधिक हो, पर स्वास्थ्य सेवाओं में लखनऊ काफी आगे है। इसके चलते गंभीर मरीजों को लखनऊ या दिल्ली जाना पड़ता था, लेकिन अब कानपुर में ही विश्वस्तरीय इलाज मिल सकेगा। इसके लिए हैलट अस्पताल परिसर में ही दो सौ करोड़ रुपये की लागत से सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बन रहा है, जहां पर आधुनिक मशीनों से मरीजों की फौरन जांच भी हो सकेगी। मेडिकल कालेज के प्राचार्य का दावा है कि यहां पर कानपुर में अब तक की सबसे मंहगी मशीनें स्थापित की जा रही है। कानपुर महानगर में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कालेज से संबद्ध हैलट अस्पताल परिसर में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बन रहा है। इसकी लागत करीब दो सौ करोड़ है। यहां पर आधुनिक मशीनें आना शुरु हो गई हैं। इन मशीनों के जरिये गंभीर रोगों की आसानी से जांच हो सकेगी ताकि विशेषज्ञ डाक्टर मरीजों का बेहतर इलाज कर सकेंगे। विशेषज्ञ डाक्टरों और आधुनिक मशीनों के जरिये मरीजों को विश्वस्तरीय इलाज मिल सकेगा और प्रदेश एवं देश की राजधानी के चक्कर नहीं काटना पड़ेगा। सभी मेडिकल उपकरण मॉर्डन तकनीक से लैस है। यहां पर मधुमेह, न्यूरोसर्जरी, ऑटोप्लास्टी, पीडियाट्रिक सर्जरी, यूरोलोजिस्ट, न्यूरो रेडियो डायग्नोस्टिक जैसे लगभग सभी रोगों का इलाज होगा। सात से आठ मॉड्यूलर ओटी है। पीसीएमआरआई, डिजिटल एक्सरे, कलर डॉपलर, अल्ट्रासाउंड, 1.5 करोड़ लागत का माइक्रोस्कोप, एण्डोस्कोप के साथ सबसे अच्छे क्वालिटी के वेंटीलेटर आ रहे हैं।