भारत और अर्मेनिया की सेना दुश्मन पर भावा बोलती नजर आई। बाकी देशों की सेना बम बरसाने में जुटी है। हालात ऐसे हो गए कि धरती कांपने लगी। वहीं दुश्मन के दिल पर दहशत साफ नजर आ रही है। पूरे हालात की समीक्षा रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन खुद करते दिखे। दरअसल, ये किसी वॉर की कहानी नहीं बल्कि अभ्यास का हाले-बयां है। दरअसल, रूस के नोवोग्राड क्षेत्र में भारत समेत 17 देशों की सेनाएं जैपाड सैन्य अभ्यास में हिस्सा ले रही हैं। भारतीय सेना समेत बाकी देशों की सेना यहां पर बम बरसाने में जुटी है। सैन्य अभ्यास की वजह से हालात ऐसे हैं कि धरती कांप रही है और दुश्मन के दिल पर दहशत साफ नजर आ रही है। एक तरफ जहां रूसी सेना अपने अलट्रा मॉर्डन वेपन से दुनिया के सामने अपनी ताकत दिखा रही है। वहीं भारतीय सेना के नागा रेजमेंट के जवान दुश्मन को हराने के लिए एक से बढ़कर एक कारनामे कर रहे हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जैपाड सैन्य अभ्यास को देखने के लिए पहुंचे। ऐसे में इस सैन्य अभ्यास के महत्व को समझा जा सकता है।
भारत ने नागा रेजमेंट के 200 जवानों को रूस भेजा
रूस के निजनी-नोवोग्राड इलाके में चल रही जैपाड एक्सरसाइज (3-16 सितंबर) है जिसमें भारतीय सेना के जवान अपना दमदार प्रदर्शन दिखा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक भारतीय जवानों ने प्लेन जंप, स्पेशल हेलीकॉप्टर ऑपरेशन और डिफेंसिव एक्शन में हिस्सा लिया। ये देख पाकिस्तान और चीन में चिंता की लहर है और दोनों देश इसे टकटकी लगाए देख रहे हैं। जैपाड एक्सरसाइज में भारत, रूस, अर्मेनिया, कजाकिस्तान सहित यूरेशिया और दक्षिण एशिया सहित 17 देशों के सैनिक अपना प्रदर्शन दिखा रहे हैं। भारतीय सेना ने इस सैन्य अभियान में हिस्सा लेने के लिए नागा रेजमेंट के 200 जवानों को रूस भेजा है। इसके अलाना मेकेवाइज्ड फोर्सेज (टैंक और बीएमपी व्हीकल्स) और भारतीय सेना के कमांडो भी इसमें हिस्सा ले रहे हैं।
राष्ट्रपति पुतिन ने की समीक्षा
रूस में चल रहे जैपाड सैन्य अभ्यास की समीक्षा करने व्लादिमीर पुतिन नोवोग्राड क्षेत्र के म्यूलिनो ट्रेनिंग ग्राउंड पहुंचे। उनके मौजूदगी में ही कोउलेशन-फोर्सेज़ ने फाइनल-एसॉल्ट की ड्रिल की। माना जा रहा है कि कोल्ड-वॉर के बाद रूस ने इतने बड़े स्तर की एक्सरसाइज पहली बार की है जिसमें करीब दो लाख सैनिकों ने हिस्सा लिया है।