हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है, ताकि वो कार्य अच्छी तरह से संपन्न हो जाए और किसी तरह की बाधा न पड़े। शुभ मुहूर्त का सीधा सा मतलब है ग्रहों और नक्षत्रों की अनुकूल दशा। विवाह में तो शुभ मुहूर्त का खास खयाल रखा जाता है क्योंकि शादी पूरे जीवन का रिश्ता होता है। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में विवाह करने से विवाह निर्विघ्न संपन्न होता है, साथ ही दांपत्य जीवन सुखमय रहता है।
अगर आप भी विवाह करने के बारे में सोच रहे हैं, तो देर न करें। आज यानी 7 जुलाई 2021 के अलावा सिर्फ दो मुहूर्त और शेष रह गए हैं। ये दोनों मुहूर्त 13 और 15 जुलाई को हैं। 15 जुलाई के बाद अगले चार महीने तक शहनाई नहीं गूंजेगी क्योंकि 20 जुलाई को देवशयनी एकादशी के साथ ही चतुर्मास की शुरुआत हो जाएगी और विवाह ही नहीं, किसी भी तरह के मांगलिक कार्यों पर पाबंदी लग जाएगी।
क्या होता है चतुर्मास
मान्यता है कि देवशयनी एकादशी के दिन से जगत के पालनहार श्रीहरि विष्णु भगवान क्षीर सागर में योग निद्रा के लिए चले जाते हैं। उनकी ये निद्रा चार महीने बाद देवउठनी एकादशी के दिन खुलती है। इन चार महीनों के दौरान भगवान शिव को संसार के संचालन की जिम्मेदारी सौंप दी जाती है। सारे मांगलिक कार्य इसलिए बंद होते हैं क्योंकि लोगों का मानना है कि भगवान अभी निद्रा में हैं और ऐसे में किसी भी कार्य में उनका आशीर्वाद नहीं मिल पाएगा। जब देवउठनी एकादशी के दिन भगवान जागते हैं, उसी दिन से शुभ कार्य दोबारा शुरू हो जाता है।
साल 2021 में थे बहुत सीमित मुहूर्त
साल 2021 में बहुत सीमित विवाह मुहूर्त थे। पूरे साल में कुल 51 शुभ मुहूर्त थें, उनमें भी कोरोना ने सेंध लगा दी थी और तमाम लोगों की शादी टल गई थी। 19 जनवरी से गुरू तारा अस्त हो गया था और 16 फरवरी अस्त रहा। वहीं 16 फरवरी से शुक्र तारा अस्त हुआ था जो अब 18 अप्रैल को उदित हुआ। शुक्र के उदित होने के बाद 22 अप्रैल से शादियां एक बार फिर से शुरू हुईं और अब 15 जुलाई तक शुभ मुहूर्त शेष हैं। 15 जुलाई के बाद साल 2021 का अगला शुभ मुहूर्त 15 नवंबर को होगा।
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ये हैं 15 जुलाई के बाद आने वाले शुभ मुहूर्त
15 जुलाई के बाद नवंबर और दिसंबर के महीने में कुल 13 मुहूर्त और शेष रहेंगे। 7 मुहूर्त नवंबर के महीने में पड़ेंगे और 6 मुहूर्त दिसंबर में होंगे। नवंबर माह में 15, 16, 20, 21, 28, 29, 30 नवंबर को विवाह का शुभ मुहूर्त हैं और दिसंबर के महीने में 1, 2, 6, 7, 11, 13 दिसंबर तक ही विवाह के शुभ मुहूर्त हैं, इसके बाद शादी अगले साल 2022 में ही हो सकेगी।