- 27 अगस्त को मैनपुरी, 28 अगस्त को अलीगढ़, एक सितंबर को मीरजापुर और 2 सितंबर को मुरादाबाद में आयोजित होगा रोजगार मेला
- मैनपुरी और मीरजापुर में 5-5 हजार तो अलीगढ़ और मुरादाबाद जनपदों में 10-10 हजार रोजगार के अवसर होंगे उपलब्ध
- चारों जनपदों में देश की प्रतिष्ठित 50-50 कंपनियां करेंगी प्रतिभाग, साक्षात्कार के बाद युवाओं को करेंगी जॉब ऑफर
- रोजगार मेला के साथ ही प्रत्येक जनपद में एक-एक हजार नियुक्ति पत्र का भी किया जाएगा वितरण
- अगस्त में अब तक अंबेडकरनगर, अयोध्या और मुजफ्फरनगर में आयोजित किया जा चुका है रोजगार मेला
- तीनों जनपदों में रोजगार मेला के माध्यम से 17 हजार से अधिक नियुक्ति पत्र का किया जा चुका है वितरण
- साढ़े सात वर्षों में साढ़े छह लाख से अधिक सरकारी नौकरियों का सृजन कर चुकी है योगी सरकार
- योगी राज में अब तक दो करोड़ से अधिक निजी नौकरियां उपलब्ध कराने में मिली है सफलता
लखनऊ। युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिशन रोजगार के तहत रोजगार मेला का आयोजन कर रहे हैं। अगस्त में अब तक तीन रोजगार मेला का आयोजन करने के बाद अब इसकी रफ्तार और तेज होने जा रही है।
इसी क्रम में योगी सरकार आगामी दस दिनों के अंदर चार अलग-अलग जनपदों में रोजगार मेला का आयोजन करके लगभग 30 हजार रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने जा रही है। इसके तहत, 27 अगस्त को मैनपुरी, 28 अगस्त को अलीगढ़, एक सितंबर को मीरजापुर और 2 सितंबर को मुरादाबाद में रोजगार मेला का आयोजन प्रस्तावित है।
इन रोजगार मेला के जरिए चारों ही जनपदों में 1-1 हजार नियुक्ति पत्र का वितरण भी किया जाएगा। रोजगार मेला और नियुक्ति पत्र वितरण के इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रह सकते हैं। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार ने 17 अगस्त को अंबेडकरनगर, 18 अगस्त को अयोध्या और 22 अगस्त को मुजफ्फरनगर में रोजगार मेला का आयोजन किया था, जिसके माध्यम से 17 हजार से अधिक नियुक्ति पत्र वितरित किए गए थे।
प्रशिक्षित युवाओं को मिल रहा रोजगार
प्रदेश सरकार में व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि रोजगार मेला के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुरूप अन्य जनपदों में भी वृहद रोजगार मेला आयोजित करके युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण के बाद रोजगार से जोड़ने के लिए प्रदेश सरकार विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर रही है।
इसी क्रम में मैनपुरी, अलीगढ़, मीरजापुर और मुरादाबाद में रोजगार मेला प्रस्तावित है। इसके माध्यम से लगभग 30 हजार रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे, जबकि 4 हजार (प्रत्येक जनपद में एक हजार) नियुक्ति पत्र वितरित किए जाएंगे। प्रत्येक जनपद में देश की 50 प्रतिष्ठित कंपनियां हिस्सा ले रही हैं, जो युवाओं का साक्षात्कार लेंगी और उन्हें जॉब ऑफर करेंगी।
मैनपुरी के करहल में नरसिंह इंट कॉलेज में और अलीगढ़ के गुरुकुल पब्लिक स्कूल, सोमना रोड, खैर,में रोजगार मेला का आयोजन होगा। दोनों स्थानों पर रोजगार मेला सुबह 9:00 बजे से प्रारंभ होगा। शेष दोनों जनपदों में वेन्यू का निर्धारण जल्द किया जाएगा।
6 दिनों में 3 रोजगार मेला के जरिए 17 हजार को मिला रोजगार
योगी सरकार ने अगस्त में अब तक आयोजित रोजगार मेला के माध्यम से अयोध्या और अंबेडकरनगर में 12 हजार से अधिक नियुक्ति पत्र वितरित किए थे तो वहीं मुजफ्फरनगर में भी करीब 5 हजार नियुक्ति पत्र वितरित किए गए।
कुल मिलाकर 6 दिनों में आयोजित तीन रोजगार मेला के जरिए सरकार ने 17 हजार नियुक्ति पत्र वितरित किए हैं। इन रोजगार मेला में विभिन्न कंपनियों ने प्रतिभाग किया और नौजवानों को मैन्युफैक्चरिंग, इंजीनियरिंग, टेलीकॉम, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और आईटी जैसे सेक्टर में जॉब ऑफर किए गए।
योगी सरकार का लक्ष्य युवाओं को सरकारी नौकरी के साथ-साथ निजी कंपनियों में भी रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का है, जिसके लिए सरकार की ओर से युवाओं के कौशल विकास हेतु विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। सरकार की योजना 2024 में इन रोजगार मेलों के माध्यम से बड़ी संख्या में युवाओं को निजी कंपनियों में नियोजित करने की है।
योगी सरकार के प्रयासों का ही असर है कि साढ़े सात वर्षों में साढ़े छह लाख से ज्यादा युवाओं को सरकारी नौकरी के अलावा संविदा के माध्यम से 3.75 लाख से अधिक युवाओं को नौकरी से जोड़ा गया है। वहीं, दो करोड़ लोगों को निजी क्षेत्र/एमएसएमई के अंतर्गत रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
दो साल में दो लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य
युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए योगी सरकार लगातार कदम बढ़ा रही है। इसके लिए लक्ष्य निर्धारित कर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 22 अगस्त को मुजफ्फरनगर में आयोजित रोजगार मेला में कहा था कि प्रदेश सरकार अगले दो साल में दो लाख युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में निकलने वाली सरकारी नौकरियों में यहां के युवाओं को बढ़चढ़ कर भाग लेना होगा। सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि इस समय प्रदेश में 60 हजार से ज्यादा पदों के लिए पुलिस भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है, जबकि कई अन्य विभागों में नौकरियों के सृजन का प्रस्ताव है।