भावुक भाषण के बाद येदियुरप्पा ने कर दिया बड़ा ऐलान, बढ़ गई सियासी गलियारों की हलचल

बीते कई दिनों से लगाए जा रहे सियासी कयासों में बीच सोमवार को आखिरकार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। सोमवार को एक कार्यक्रम के दौरान भावुक भाषण देते हुए येदियुरप्पा ने अपने पद से इस्तीफे का ऐलान किया। उनके इस ऐलान के बाद अब सूबे के नए मुख्यमंत्री के चयन की जद्दोजहद शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि जल्द ही विधायक दल की बैठक होगी। देर शाम बीजेपी हाईकमान नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगा सकती है।

येदियुरप्पा ने पहले ही कर दिया था इशारा

आपको बता दें कि बीएस येदियुरप्पा ने अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की ओर पहले ही इशारा कर दिया था। बीते 17 जुलाई को उन्होंने कहा था कि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के मन में मेरे प्रति बहुत सम्मान और प्यार है। बीजेपी में नीति साफ़ है कि किसी के भी 75 के पार हो जाने के बाद उनके लिए कोई पद नहीं होगा।

उन्होंने कहा था कि मेरे लिए उन्होंने मेरे काम की सराहना की और उन्होंने मुझे 78-79 साल की उम्र तक काम करने दिया। मेरा इरादा राज्य में पार्टी को मजबूत करने का है और पार्टी को सरकार में वापस लाना है। 26 तारीख के को 2 साल पूरे होंगे। उसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा जी जो कहेंगे उसका पालन करेंगे।

उन्होंने कहा था कि बीजेपी को सत्ता में वापस लाना मेरा कर्तव्य है। मैं सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से अनुरोध करता हूं कि अनुशासन का पालन करें, पार्टी जो भी फैसला करेगी मैं काम करूंगा।  पार्टी के सभी कार्यकर्ता व साधु सहयोग करेंगे।

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सूत्रों की मानें तो येदियुरप्पा ने 16 जुलाई को प्रधानमंत्री के सामने इस्तीफ़े की पेशकश की। उन्होंने अपने ख़राब स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र का हवाला देकर अपने पद से इस्तीफ़ा देने की पेशकश की थी। हालांकि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें पहले ही बता दिया था कि उन्हें अपने पद से इस्तीफ़ा देना होगा। शुक्रवार को येदियुरप्पा को इस बात को फिर से बता दिया गया था। पार्टी नेतृत्व के अगले कदम को भांप कर येदियुरप्पा ने पहले ही अपनी तरफ़ से इस्तीफ़े की पेशकश कर दी। हालांकि उससे पहले वे अपने ख़ेमे की शोभा करंदलाजे को केंद्र में मंत्री बनाने में कामयाब हो गए हैं।