कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन दिन-प्रतिदिन विकराल रूप लेता जा रहा है। इसी कड़ी में अब किसानों के समर्थन में पहलवानों ने भी कदम बढ़ा दिया है। दरअसल, रविवार को गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के सम्मान में ‘संयुक्त किसान मंच’ के तत्वाधान में किसान केसरी दंगल का आयोजन किया गया। इस दंगल कार्यक्रम में करीब 50 महिला और पुलिस पहलवानों ने हिस्सा लिया। किसान केसरी दंगल का आयोजन भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत के नेतृत्व में किया गया। इस बात की जानकारी एक न्यूज एजेंसी से हुई है।

पहलवान ने किसानों के समर्थन में दिया बयान
न्यूज एजेंसी के अनुसार, बॉर्डर पर दंगल के आयोजक सदस्य शहीद बचन सिंह कुश्ती अखाड़े के संस्थापक चौधरी युधिष्ठिर पहलवान और सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता व पूर्व कुश्ती खिलाड़ी सुरेंद्र कालीरमन मौजूद रहे। युधिष्ठिर पहलवान ने बताया कि हम पहले किसान के बेटे हैं, उसके बाद पहलवान हैं। किसानों की लड़ाई में अब हम भी उतर गए हैं। हम सभी पहलवान सरकार के इन काले कानूनों का विरोध करते हैं।
दंगल में पश्चिम उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के भारत केसरी पहलवानों को कुश्ती लड़ने के लिए आमंत्रित किया गया था। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने बताया कि ये सभी पहलवान हमारे समर्थन में आए हुए हैं। इसलिए इस दंगल का आयोजन किया गया है। देश का हर वर्ग हम किसानों के साथ है।
बॉर्डर पर दंगल में बड़े पहलवानों को 5 मिनट का समय और छोटे पहलवानों को 3 मिनट का समय दिया जाएगा। इसी समय में हार जीत का फैसला होगा। वहीं हर वजन के पहलवानों को कुश्ती आयोजित की गई है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत भी इस आयोजन में शामिल हुए।
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दरअसल सरकार और किसानों के बीच 8वें दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही। किसान अपने मांगों पर अड़े हुए हैं। अगली बैठक 15 जनवरी को आयोजित की जाएगी। अनुमान लगाया जा रहा है कि ये बैठक महत्वपूर्ण होगी और किसी न किसी नतीजे पर जरूर पहुंचेगी।
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