उपराष्ट्रपति नायडू ने देश के पहले स्वदेशी विमान वाहक ‘विक्रांत’ का दौरा किया

उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने रविवार को कोच्चि में कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड जाकर देश के पहले स्वदेशी विमान वाहक आईएसी ‘विक्रांत’ का दौरा किया। उपराष्ट्रपति ने विमान वाहक के डिजाइन और निर्माण में राष्ट्र की क्षमता को सराहा और इसे ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लिहाज से चमकदार उदाहरण बताया। यात्रा के दौरान परियोजना की विशिष्टता और निर्माण की प्रगति के बारे में उपराष्ट्रपति को बताया गया। उन्हें अगस्त, 2022 से पहले जहाज की आपूर्ति और नौसेना में शामिल करने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी गई।

यात्रा के दौरान उपराष्ट्रपति के साथ केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, दक्षिणी नौसेना कमान के चीफ ऑफ स्टाफ रियर एडमिरल एंटनी जॉर्ज, कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (सीएसएल) के सीएमडी मधु एस. नायर और नौसेना और सीएसएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी थे। उपराष्ट्रपति को विमान वाहक पर घूमने के दौरान स्वदेशी प्रौद्योगिकियों और क्षमताओं के योगदान के बारे में बताया गया। उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए स्वदेशी युद्धपोत निर्माण क्षमताओं को मजबूत करने की दिशा में भारतीय नौसेना और कोचीन शिपयार्ड के प्रयासों की सराहना की। उपराष्ट्रपति ने कोरोना महामारी के बावजूद अब तक किए गए कार्यों की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया।

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बाद में उपराष्ट्रपति ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के हिस्से के रूप में नौसेना भौतिक और समुद्र विज्ञान प्रयोगशाला का दौरा किया और डॉ एपीजे अब्दुल कलाम स्मारक का अनावरण किया। उन्होंने टोड एरे इंटीग्रेशन फैसिलिटी की आधारशिला भी रखी और नौसेना को एक स्वचालित सोनार ट्रेनर सौंपा। उपराष्ट्रपति केरल के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। वह लक्षद्वीप के अपने दौरे के बाद रविवार की सुबह कोच्चि नौसेना हवाई अड्डे पर पहुंचे। इससे पहले दिन में उपराष्ट्रपति के सम्मान में आईएनएस गरुड़ में एक औपचारिक 100 गार्ड की परेड की गई।