विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने बुधवार को दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार की मुस्लिम तुष्टीकरण नीति की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि विहिप दिल्ली को जिहादियों और हिन्दू द्रोहियों की राजधानी बनाने के राज्य सरकार के सपने को साकार नहीं होने देगी।
विहिप नेता ने कहा- दिल्ली को जिहादियों की राजधानी बना रहे केजरीवाल
डॉ. जैन ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चेतावनी दी कि वह दिल्ली को जिहादियों की राजधानी बनाने से बाज आएं। राष्ट्रविरोधी तत्वों की सेवा सुश्रुषा बंद कर हिन्दू समाज की भी चिंता करें। अन्यथा दिल्ली का हिन्दू समाज आम आदमी पार्टी की सरकार के खिलाफ सड़कों पर आने को मजबूर होगा।
डॉ. जैन ने यह बात नॉर्थ एवेन्यू स्थित मीडिया सेंटर में संवाददाता सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा कि गत कुछ वर्षों में दिल्ली सरकार ने मुस्लिम तुष्टीकरण, आतंकियों की पैरोकारी, हिन्दू मान-बिंदुओं पर हमले तथा हिन्दू समाज के खून पसीने की कमाई को उन्हीं के विरुद्ध खर्च करने के अभूतपूर्व रिकार्ड बनाए हैं। इस कारण ऐसा लगता है कि दिल्ली आतंकवाद के ज्वालामुखी के मुहाने पर बैठी है। विहिप दिल्ली को जिहादियों और हिन्दू द्रोहियों की राजधानी बनाने के उनके सपने को साकार नहीं होने देगी।
उन्होंने पूछा कि उत्तर प्रदेश के रहने वाले गौ-हत्यारे अखलाक एवं अन्य जिहादियों पर तो मुख्यमंत्री दिल्ली का धन दिल खोलकर लुटाते हैं, लेकिन बात जब अंकित सक्सेना, ध्रुव त्यागी, रिया गौतम, योगेश कुमार, अंकित गर्ग, राहुल राजपूत, रतन लाल, अंकित शर्मा जैसे अनेक जिहादियों के शिकारों की आती है तो वे मुंह क्यों फेर लेते हैं?
विहिप नेता ने कहा कि कोरोना से मृत्यु होने पर मुस्लिम डॉक्टर अनस मुजाहिद के परिजनों को तो मुस्तफाबाद जाकर एक करोड़ दे आते हैं किंतु दिल्ली की जनता को नहीं पता कि डॉ केके अग्रवाल जैसे दर्जनों कोरोना योद्धा हिन्दू डॉक्टरों के लिए उन्होंने कुछ किया हो।
विहिप के संयुक्त महामंत्री ने कहा कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमान घुसपैठियों तथा हज हाउस के रूप में जिहादियों के अड्डे तो इन्हें स्वीकार्य हैं किंतु हनुमान भक्त को उन्हीं का मंदिर क्यों नहीं सुहाता? मुल्ले/मौलवी/मुअज़्जिनों को तो ये बढ़ा हुआ वेतन भी देते हैं किन्तु पुजारियों की कोरोना काल में भी सहायता से कतराते हैं। राजधानी में सार्वजनिक स्थानों पर सैंकड़ों अवैध मजारें इनके संरक्षण में फलफूल रही हैं।
डॉ. जैन ने कहा कि दिल्ली में स्थानीय आरडब्लूए, ग्राम-पंचायतों के समूह तथा जन प्रतिनिधियों के प्रबल विरोध तथा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा सहित अनेक सुरक्षा चिंताओं को ताक पर रखते हुए दिल्ली सरकार जिस प्रकार सरकारी जमीन पर सरकारी पैसे से हज हाउस बनाने पर आमादा है उससे ऐसा प्रतीत होता है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मुस्लिम वोट बेंक के लालच में औरंगजेब के अवतार बनने का ख्वाब देख रहे हैं।
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विहिप के संयुक्त महामंत्री डॉ. जैन ने कहा कि दिल्ली की असंख्य बेटियां इस्लामिक जिहादियों और चर्च के षड्यंत्रों की शिकार होकर अपना जीवन बर्बाद कर चुकीं हैं लेकिन दिल्ली सरकार मूक दर्शक बनी हुई है। दिल्ली में संसदीय कानूनों या केंद्र सरकार की नीतियों को असंवैधानिक रूप से कोसने के लिए तो विधान सभा का जमकर दुरुपयोग हुआ लेकिन राज्य के नागरिकों को धर्मांतरण के अभिशाप से मुक्ति के लिए कोई प्रयास क्यों नहीं हुआ?
उन्होंने चेतावनी दी कि राज्य सरकार हज हाउस के विचार को मन से त्याग कर, जिहादियों की सेवा सुश्रुषा बंद कर हिन्दू समाज की भी चिंता करे। अन्यथा राजधानी का हिन्दू समाज सड़कों पर आने को मजबूर होगा।