जानिये…आखिर क्यों मुख्तार अंसारी को यूपी लाने में नाकाम रही पुलिस ?

पिछले 22 महीनों से जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की वजह से अब पंजाब और यूपी की सरकारों के बीच एक नए विवाद ने जन्म ले लिया है। दरअसल, पंजाब के रोपड़ के जिला जेल में बंद माफिया से नेता बने बसपा विधायक मुख्तार अंसारी को यूपी सरकार वापस सूबे में लाना चाहती है लेकिन पंजाब सरकार ने यूपी सरकार की मंशा पर रोड़ा अटका दिया है।

मुख्तार अंसारी के स्वास्थ को लेकर पंजाब सरकार की रिपोर्ट

मिली जानकारी के अनुसार, यूपी पुलिस मुख्तार अंसारी को वापस प्रदेश में लाने के लिए पंजाब गई थी लेकिन मेडिकल कारणों की वजह से उसे बैरंग वापस लौटना पड़ा है। पंजाब के मेडिकल बोर्ड ने मुख्तार का स्वास्थ्य खराब बताया है और उन्हें तीन महीने का कंप्लीट बेड रेस्ट करने को कहा गया है।

पंजाब बोर्ड ने इस बसपा विधायक की मेडिकल रिपोर्ट यूपी सरकार को भेजी है, जिसमें उन्होंने डायबिटीज, स्लिप डिस्क और डिप्रेशन सहित अन्य बीमारियों का जिक्र किया है। मेडिकल बोर्ड का कहना है कि उनका स्वास्थय ठीक नहीं है इसलिए उन्हें तीन महीने का बेड रेस्ट दिया गया है। पंजाब मेडिकल बोर्ड की इस रिपोर्ट के बाद अब यूपी पुलिस के उच्चाधिकारी आगे की कार्रवाई की योजना बना रहे हैं।

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आपको बता दें कि बाहुबली मुख्तार अंसारी के खिलाफ गाजीपुर के मोहम्मदाबाद थाने में कई मुक़दमे दर्ज हैं। आगामी 21 अक्टूबर को उन्हें प्रयागराज की एमपी-एमलएलए कोर्ट में पेश भी किया जाना था। इसी वजह से यूपी पुलिस की 50 सदस्यीय टीम मुख्तार को लेने के लिए पंजाब पहुंची थी। मुख्तार अंसारी के ऊपर फर्जी दस्तावेज के आधार पर शस्त्र लाइसेंस जारी करवाने का केस है। उनके बेटे और पत्नी पर भी कई मुकदमें दर्ज किए जा चुके हैं। मुख्तार की पत्नी और बेटा फरार हैं।