संसद में जारी मानसून सत्र के दौरान विभिन्न मुद्दों को लेकर दोनों सदनों में विपक्ष जमकर हंगामा कर रही है। हालांकि इसी हंगामें के बीच में गुरूवार को लोकसभा में मोदी सरकार दो विधेयकों को पारित कराने में कामयाब रही। मिली जानकारी के अनुसार, लोकसभा में हंगामें और नारेबाजी के बीच संक्षिप्त चर्चा के बाद दो विधेयक, भारतीय विमानपत्तन आर्थिक नियामक प्राधिकरण (संशोधन) विधेयक-2021 और अंतर्देशीय पोत विधेयक-2021 पारित किए गए। विधेयकों के पारित होने के बाद कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा में विपक्ष ने जमकर किया हंगामा
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा में भारतीय विमानपत्तन आर्थिक नियामक प्राधिकरण (संशोधन) विधेयक, 2021 को चर्चा के लिए सदन के पटल पर रखा। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य आम लोगों, गरीबों, ग्रामीणों और छोटे शहरों से आने वाले लोगों को सस्ती हवाई यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराना है । सरकार सुलभ हवाई यात्रा को देश के अधिकांश भागों तक पहुंचाने के लिये प्रतिबद्ध है। बाद में विधेयक को विपक्षी हंगामें के बीच बिना चर्चा किए ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।
दूसरी ओर, पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने अंतर्देशीय पोत विधेयक-2021 को सदन में चर्चा और पारित करने के लिए पेश किया। किंतु, सदन में हंगामें और नारेबाजी के कारण विधेयक को बिना चर्चा के ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। इससे पहले, सोनोवाल ने विधेयक पेश करते हुए कहा कि जहाजों की सुरक्षा, पंजीकरण एवं सुगम परिचालन के उद्देश्य से यह विधेयक लाया गया है। इससे प्रदूषण नियंत्रण में भी मदद मिलेगी।
लोकसभा की कार्यवाही के सुबह 11 बजे शुरू होने पर अध्यक्ष ओम बिरला ने पिछले दिन की कार्यवाही के दौरान कुछ सदस्यों की ओर से किए गए अमर्यादित व्यवहार का जिक्र किया। जिस पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने अपना पक्ष रखना चाहा।अध्यक्ष ने चौधरी से सवाल किया कि क्या वह गत बुधवार को सदन में हुई घटना को संसदीय गरिमा के अनुरूप मानते हैं? अध्यक्ष ने कहा कि कल 28 जुलाई को जो घटना हुई, उससे अत्यंत पीड़ा हुई है। आसन पर पर्ची फेंकना, आसन की अवमानना करना हमारी संसदीय परंपराओं के अनुरूप नहीं है।
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लोकसभा में संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी बाद में विपक्षी सदस्यों के आचरण को अमर्यादित बताते हुए कहा कि अध्यक्ष के आसन की ओर उछालना कहां तक सही है। दरअसल, मानसून सत्र की शुरुआत से ही विपक्ष लगातार सदन की कार्यवाही के दौरान पेगासस खुफियागिरी और कृषि कानूनों के मुद्दे पर हंगामा करता आ रहा। इसके चलते आजभी कार्यवाही पहले 11:30 बजे, फिर 12 बजे, 12:30 बजे और बाद में 2 बजे तक के लिए स्थगित हुई। 2 बजे कार्यवाही के प्रारंभ होने के बाद दो विधेयक पारित किए गए और बैठक शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।