पश्चिम बंगाल चुनाव आयोग कार्यालय के तीन बड़े अधिकारियों के तबादले के बाद यहां तमाम तरह की अटकलों को बल मिल गया है। चुनाव आयोग सूत्रों ने बताया है कि राज्य चुनाव आयोग दफ्तर में तैनात शैवाल बर्मन, अनामिका मजूमदार और अमित ज्योति भट्टाचार्य का तबादला किया गया है। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य भर में जगह-जगह हिंसा तथा चुनाव कराने में लापरवाही के बावजूद इन तीनों अधिकारियों पर वास्तविकता को छिपाने के आरोप लगे थे। शैवाल बर्मन राज्य में आदर्श आचार संहिता और कानून व्यवस्था अनुभाग के प्रभारी थे। जबकि अनामिका मजूमदार संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी रही हैं। अमित ज्योति उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी थे।
अनामिका मजूमदार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) तथा चुनाव कर्मियों के प्रशिक्षण का काम देखती थीं। वहीं दूसरी तरफ अमित ज्योति मीडिया प्रकोष्ठ संभाल रहे थे। सूत्रों ने बताया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान वास्तविक घटनाओं से ध्यान पर हटाने में इन अधिकारियों ने लापरवाही बरती थी। इनपर सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के पक्ष में काम करने के आरोप लगे थे जिसके बाद केंद्रीय चुनाव आयोग ने इसबार विधानसभा चुनाव से पहले इनका तबादला किया है। आयोग का यह फैसला पश्चिम बंगाल में चुनाव के जल्द अधिसूचना जारी होने के संकेत देने वाले हैं। फिलहाल इनका तबादला कहां किया गया है, इस बारे में आयोग की ओर से स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है।
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उल्लेखनीय है कि मार्च से अप्रैल के बीच पश्चिम बंगाल में विधानसभा के चुनाव होने हैं। उसके पहले जनवरी में चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा समेत अन्य चुनाव अधिकारियों ने पश्चिम बंगाल का दौरा किया और यहां कानून व्यवस्था को लेकर असंतोष जाहिर किया था।