पूर्ववर्ती सरकारों ने सिर्फ अपनी और अपने परिवारों की जेबों की सेहत का ध्यान रखा : राधामोहन सिंह

राजधानी लखनऊ के इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की ओर से आयोजित चिकित्सक सम्मेलन को पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा तथा स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने सम्बोधित किया।

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह ने चिकित्सकों से संवाद करते हुए कहा कि देश का सबसे बड़ा प्रदेश उत्तर प्रदेश सपा, बसपा और कांग्रेस की सरकारों की स्वहित, भ्रष्टाचार, माफिया, आतंक और तुष्टिकरण की राजनीति के कारण बीमारू प्रदेश बन गया था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र की सेहत को सुधारते हुए उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का काम किया है।

उन्होंने आगे कहा कि किसी भी देश व प्रदेश का सर्वांगीण विकास तभी संभव है जब वहां के नागरिक स्वस्थ्य और निरोगी रहें। अच्छे स्वास्थ्य के बिना शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आर्थिक प्रगति संभव नहीं है। कोई राष्ट्र पूर्ण रूप से तभी स्वस्थ और निरोगी रह सकता है, जब वहां की चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ हो।

राधामोहन सिंह ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने सिर्फ अपनी और अपने परिवारों की जेबों की सेहत का ध्यान रखा, जिसके चलते हमारे देश और प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था चरमार गई थी। लेकिन जब से केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार और उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार आई है, तबसे चिकित्सा क्षेत्र में देश व प्रदेश नित विकास के नए-नए आयाम स्थापित कर रहा है। इलाज के खर्च का आघात बीमारी की पीड़ा को और ज्यादा कष्टकारी बना देता है।

इसी बात को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने आयुष्मान भारत के नाम से एक ऐसी योजना प्रारम्भ की, जिससे देश के हर गरीब का इलाज मिल रहा है। आयुष्मान भारत योजना के द्वारा देश के सभी गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को मुफ्त में पांच लाख रुपये का चिकित्सा बीमा उपलब्ध कराने का ऐतिहासिक कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया।

प्रदेश प्रभारी ने कहा कि मोदी की सरकार ने देशभर के अस्पतालों में दवाओं से लेकर सर्जरी तक की कीमतें नियंत्रित करने का भी काम किया है। देशभर में गरीबों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपलब्ध कराने के लिए मोदी की सरकार ने 7500 से अधिक जन औषधि केंद्र खोले हैं। यहां दवाएं बाजार में मिलने वाली दवाओं की तुलना में 80 प्रतिशत तक सस्ती हैं। जब मोदी देश के प्रधानमंत्री बने उस समय देश का स्वास्थ्य बजट 33 हजार करोड़ था, लेकिन मोदी के कार्यकाल में इसमें 8 गुना की ऐतिहासिक वृद्धि हई है। इस साल हमारी सरकार स्वास्थ्य पर लगभग सवा दो लाख करोड़ रुपचे खर्च कर रही है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में देश की चिकित्सा व्यवस्था में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। मोदी की सरकार देश में 157 नए मेडिकल कॉलेज का निर्माण करा रही है, जिनमें से 63 मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो चुके हैं। देश के कोने-कोने तक उपचार पहुंचाने और महत्वपूर्ण चिकित्सा अनुसंधान के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अभी 25 अक्टूबर को ही बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में ‘पीएम आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन‘ या ‘प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना‘ की शुरुआत की है। देशभर में चिकित्सा सुविधाएं विकसित करने के लिए मोदी की सरकार इस मिशन के तहत 64180 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। इतना ही नहीं सभी लोगों तक इलाज पहुंचे इसके लिए पीएम मोदी की सरकार इस मिशन के तहत 17778 गांवों और 11024 शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की स्थापना करेगी।

श्री सिंह ने कहा कि देश के 602 जिलों में क्रिटिकल केयर अस्पतालों का निर्माण किया जाएगा। इस मिशन के तहत 2 मोबाइल हॉस्पिटल और 15 हेल्थ इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर भी स्थापित किये जाएंगे। साथ ही 10 राज्यों का चयन कर उनके सभी जिलों में इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब भी खोली जाएगी। मोदी की सरकार ने देश के प्रत्येक नागरिक को समुचित इलाज उपलब्ध कराने के लिए आयुष्मान भारत और प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना जैसी अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की हैं, जिनसे देश के करोड़ों लोग लाभान्वित हो रहे हैं। मोदी के मार्गदर्शन में योगी की सरकार भी उत्तर प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए लगातार कृतसंकल्पित होकर काम कर रही है। 2017 में जब उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार आई थी तो प्रदेश में सिर्फ 12 मेडिकल कॉलेज थे, लेकिन अब प्रदेश के 59 जिलों में मेडिकल कॉलेज बन चुके हैं। साथ ही 16 जिलों में मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है।

उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि कोरोना जब चरम पर था और पूरा विपक्ष अपने घर में था, उस समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अस्पतालों का दौरा कर रहे थे। सरकार ने युद्धस्तर पर कार्य करके कोरोना पर नियंत्रण पाया। उन्होंने स्वयं का स्मरण सुनाते हुए कहा कि जब वह कोरोना से संक्रमित होकर हास्पिटल में भर्ती थे तब उन्हें चिकित्सकों का एक-एक शब्द मांसिक रूप से स्वस्थ होने और कोरोना को परास्त करने में प्रेरक बनता था।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने जनता को त्वरित चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश भर में साढे़ चार हजार से अधिक निःशुल्क एम्बुलेंस संचालित की है। योगी जी की सरकार ने प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति को उच्चतम स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत 5395 करोड़ रुपये की बजट में व्यवस्था की है। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद सभी चिकित्सकों से दोबारा 2017 से भी ज्यादा बहुमत के साथ भाजपा को जिताने का संकल्प भी दिलाया।

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी को गुणवत्तापरक चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आने वाले समय में हम शत प्रतिशत प्रदेशवासियों को कोरोना वैक्सीनेशन कराने पर कार्य कर रहे।

कार्यक्रम को चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ अभय मणि त्रिपाठी, सह संयोजक डॉ अशोक कुमार सिंह ने भी सम्बोधित किया।