कोरोना टीकाकरण अभियान में उत्तर प्रदेश दूसरे राज्यों से कहीं आगे हैं। देश में सर्वाधिक टेस्ट और टीकाकरण करने वाले यूपी ने कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन के चलते टीकाकरण की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। कम समय में तेजी से टीकारकण करने वाले उप्र में अब तक 76.89 प्रतिशत पात्र लोगों ने पहली और 35.03 प्रतिशत लोगों ने दूसरी डोज का टीका कवर प्राप्त कर लिया है। क्लस्टर 20 के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में और सेंटर पर रजिस्ट्रेशन कराने की सुविधा से तेजी से टीकाकरण में बढ़ोतरी हुई है।
प्रदेश में अब तक 16 करोड़ 66 लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है, जिसमें 11 करोड़ 40 लाख से अधिक लोगों को पहली और 05 करोड़ 26 लाख से अधिक लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण की प्रक्रिया को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक प्रभावी रणनीति के अनुसार टीकाकरण किया जा रहा है। जिसके सफल परिणाम प्रदेश में देखने को मिल रहे हैं।
संजय गांधी पोस्ट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सांइसेज (एसजीपीजीआई) के निदेशक डॉ आरके धीमान ने बताया कि नए वैरिएंट के विरूद्ध यूपी के लिए सबसे कारगर हथियार टीकाकरण साबित होगा। डॉक्टरों के आंकलन अनुसार इस नए वैरिएंट की संक्रमण दर भले ही ज्यादा हो पर यह डेल्टा की तुलना में ज्यादा खतरनाक नहीं है।
उन्होंने कहा विशेषज्ञों के आंकलन के अनुसार डेल्टा की तुलना में इस नए वैरिएंट से मृत्यु दर की बढ़ने की संभावना कम है। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर के प्रकोप से बचने के लिए जल्द से जल्द टीकाकरण करने के साथ ही कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराने की जरूरत है।
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स्वास्थ्य टीमों ने संभाला मोर्चा
प्रदेश सरकार टीकाकरण न कराने वाले लोगों की संख्या को सुनिश्चित करने के लिए मिशन मोड पर काम कर रही है। प्रदेश में लोगों ने अपनी पहली खुराक ली है, वे अपनी दूसरी खुराक भी लें इसके लिए उनको प्रेरित किया जा रहा है। इसके साथ गांवों में चल रहे डोर-टू-डोर जागरुकता अभियान में आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं सहित स्वास्थ्य टीम लोगों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करने का कार्य कर रही है। इसके साथ टीकाकरण से जुड़े सभी मिथकों को दूर कर रहीं हैं।