सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की राय गठबंधन के लिहाज से भले ही एक हो गई हो, लेकिन ओपिनियन पोल को लेकर उनकी राय में विरोधाभास चर्चा का विषय बना हुआ है। सपा जहां ओपिनियन पोल का विरोध कर रही है, वहीं सुभासपा प्रचार करती नजर आ रही है।
समाजवादी पार्टी ने निर्वाचन आयोग को एक पत्र भेजकर ओपिनियन पोल पर रोक लगाने की मांग की। पत्र के माध्यम से पार्टी ने लिखा कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए राष्ट्रीय न्यूज चैनल ओपिनियन पोल दिखा रहे हैं। ओपिनियन पोल पर रोक लगा देनी चाहिए।
समाजवादी पार्टी अपने नेताओं के माध्यम से निर्वाचन आयोग में पत्राचार कर रहा है तो वहीं गठबंधन का सबसे सक्रिय राजनीतिक दल सुभासपा ओपिनियन पोल का प्रचार कर रही है। सुभासपा के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से एक निजी चैनल का ओपिनियन पोल ट्वीट किया गया है, जिसमें अवध, गोरक्ष की सीटों पर गठबंधन को आगे बताया जा रहा है।
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सुभासपा से ट्वीट में भाजपा के शीर्ष नेताओं को टैग भी किया गया है और उत्तर प्रदेश के विकास पर टीका टिप्पणी की गयी है। सुभासपा ओपिनियन पोल को प्रचार का सपा-सुभासपा के प्रचार का माध्यम बनाते हुए ट्वीट करती है तो उनके कार्यकर्ताओं द्वारा ट्वीट को पसंद भी किया जा रहा है।