पंजाब चुनाव (Punjab Elections 2022) से पहले राज्य में कांग्रेस (Congress) को एक और झटका लगा है. किला रायपुर (Qila Raipur) से पूर्व विधायक रहे जसबीर सिंह खांगुरा (Jasbir Singh Khangura) ने रविवार को पार्टी छोड़ दी है. जसबीर सिंह ने 30 जनवरी को अपना इस्तीुफा कांग्रेस की अंतरिम अध्यaक्ष सोनिया गांधी को भेजा है. उन्होंाने इस्तीरफा पत्र में कांग्रेस में अपने 20 साल के सफर को अहम और भावनात्मिक यात्रा के रूप में बताया है. उन्हों ने कांग्रेस में अपने पिता के 60 साल के सफर का भी जिक्र किया है. उन्होंमने उनकी मां और उनको कई बार विधानसभा चुनाव लड़ने का मौका देने के लिए कांग्रेस को धन्यकवाद दिया है.
पंजाब में 20 फरवरी को 117 सीटों पर विधानसभा चुनाव होने हैं. इन विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने पिछले हफ्ते अपने 23 उम्मी दवारों की दूसरी सूची जारी की है. इसके पहले वह अपने 86 प्रत्या्शियों की सूची जारी कर चुकी है. लेकिन टिकट ना मिलने के कारण पंजाब में कई कांग्रेस नेताओं ने अपनी नाराजगी व्यपक्त8 की थी. इनमें पूर्व मंत्री जगमोहन सिंह कांग, दमन बाजवा, सतविंदर बिट्टी और मौजूदा विधायक अमरीक सिंह ढिल्लों भी शामिल हैं.
वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यनक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को पंजाब में कहा था कि पार्टी पंजाब विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के चेहरे के साथ उतरेगी और पार्टी कार्यकर्ताओं से परामर्श करने के बाद जल्द ही इस पर फैसला लिया जाएगा. राहुल गांधी ने डिजिटल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जो भी मुख्यमंत्री का चेहरा होगा, उसका वह समर्थन करेंगे.
वहीं पिछले कुछ हफ्तों में पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और पंजाब कांग्रेस के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पार्टी के मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में घोषित किए जाने की इच्छा व्यक्त की है. अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाने और चन्नी के पद संभालने के बाद भी पार्टी में मतभेद बरकरार हैं.
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राहुल गांधी ने कहा था कि मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की मांग जल्द से जल्द पूरी की जाएगी. राहुल गांधी ने कहा था कि चन्नी और सिद्धू, दोनों ने उनसे कहा कि पंजाब में सबसे बड़ा सवाल यह है कि राज्य में कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व कौन करेगा. उन्होंने कहा था, ‘मीडिया वाले इसे मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कहते हैं. सिद्धू और चन्नी दोनों ने मुझे आश्वासन दिया कि दो लोग नेतृत्व नहीं कर सकते और केवल एक ही नेतृत्व कर सकता है. दोनों ने मुझसे कहा कि जो भी नेतृत्व करेगा, दूसरा अपनी सारी ऊर्जा उन्हें जिताने में लगा देगा.’