प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लंबे इंतजार के बाद आखिरकार शुक्रवार को सारदा चिटफंड मामले में पूरक आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल कर दिया है। बताया जा रहा है कि चार्जशीट में पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष के साथ-साथ अनुभवी पत्रकार सुमन चटर्जी का भी नाम है।
ईडी की चार्जशीट को अदालत ने स्वीकारा
केंद्रीय जांच एजेंसी के मुताबिक कुणाल घोष की एक एजेंसी और सुमन चटर्जी की दो कंपनियों का जिक्र किया गया है, जो शारदा समूह के साथ मिलकर कारोबार करती रही हैं। ईडी ने बैंकशाल कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई है।
पता चला है कि वित्तीय गबन की जांच कर रही केंद्रीय एजेंसी ईडी की चार्जशीट में कुणाल घोष की ”स्ट्रैटेजी मीडिया” कंपनी का नाम शामिल किया गया है। इसी तरह सुमन चटर्जी के दो संगठनों के नाम भी दर्ज हैं। ईडी की भाषा में इस पूरक चार्जशीट को अभियोजन शिकायत भी कहा जाता है। न्यायाधीश ने ईडी की अभियोजन शिकायत को स्वीकार कर लिया है। ईडी ने चार्जशीट में नामित व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ कार्यवाही शुरू करने के लिए एक आवेदन दायर किया है।
हालांकि, चार्जशीट में शामिल इन दो लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन वे पहले ही कई साल जेल में बिता चुके हैं। दोनों फिलहाल जेल से बाहर हैं। पूर्व राज्यसभा सांसद कुणाल घोष राजनीति में सक्रिय हो गए हैं। उन्हें कुछ महीने पहले राज्य में तृणमूल महासचिव का पद भी मिला है। इसके अलावा उन्होंने खुद को न्यूज जगत से जोड़े रखा है।
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उधर, जानेमाने और दिग्गज पत्रकार सुमन चटर्जी पत्रकारिता की जिंदगी में वापस नहीं लौटे हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी ने दावा किया है कि चिटफंड कंपनी के साथ मिलकर कई लोगों ने रुपये गबन किया है, जिनके खिलाफ कार्रवाई शुरू की जा सकेगी।