महाराष्ट्र के चुनावों को लेकर शरद पवार ने किया बड़ा ऐलान, याद आया इंदिरा का समय

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (रकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र के आगामी लोकसभा चुनाव व विधानसभा चुनाव राकांपा शिवसेना के साथ मिलकर लड़ेगी। उन्होंने कहा कि महाविकास आघाड़ी के सहयोगी दलों में बेहतर तालमेल है और राज्य में आसीन सरकार अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी, इसमें कोई संदेह नहीं है।

शरद पवार ने कहा- देश में बने कई गठबंधन

मुंबई में राष्ट्रवादी भवन में गुरुवार को राष्ट्रवादी पार्टी के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा कि राज्य में तीन दलों को मिलाकर महाविकास आघाड़ी का गठन किया गया। पहले लोग इस गठबंधन पर संदेह कर रहे थे लेकिन यह गठबंधन बहुत ही बेहतर तरीके से चल रहा है। शरद पवार ने कहा कि देश में बहुत से गठबंधन बन चुके हैं। 1977 में जनता पार्टी सभी विपक्षी पार्टियों को मिलाकर बनी थी, लेकिन यह दो साल तक भी नहीं चल सकी थी।

शरद पवार ने कहा कि जब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी चुनाव हार गई थीं तो कांग्रेस पार्टी कमजोर हो गई थी। उस समय शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने कांग्रेस पार्टी को समर्थन दिया था। बालासाहेब ठाकरे ने राज्य में हुए लोकसभा चुनाव व विधानसभा चुनाव न लड़ते हुए कांग्रेस पार्टी को समर्थन देने की घोषणा की थी। यह कोई विरला ही कर सकता है।

शरद पवार ने कहा कि उन्होंने पहले कभी भी शिवसेना के साथ राजनीतिक गठबंधन नहीं किया था, लेकिन वह जानते हैं कि शिवसेना जबान की पक्की है। इसी वजह उन्होंने राज्य में शिवसेना ,कांग्रेस व राकांपा को साथ मिलाकर महाविकास आघाड़ी का प्रयोग किया है, जो सफल रहा है।

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शरद पवार ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी भी अपना अलग अस्तित्व रखने में सफल रही है। सत्ता जाने के बाद कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दी थी लेकिन उनकी जगह नए नेताओं ने ली और पार्टी बेहतर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि राकांपा ने नए नेतृत्व को स्थान दिया है, जो भविष्य में देश की दिशा व दशा दोनों तय करेंगे।