बीरभूम जिले के अंतर्गत रामपुरहाट में नरसंहार वाले गांव बगटुई जा रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद अधीर रंजन चौधरी को पुलिस ने बीच रास्ते में ही रोक दिया है। इससे नाराज सांसद वहीं धरने पर बैठ गए हैं।
गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस ने जारी कर एक बयान में बताया गया है कि सांसद अधीर रंजन पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ घटनास्थल गांव बगटुई जाने के लिए निकले थे। बयान में बताया गया कि वहां से काफी दूर शांतिनिकेतन मोड़ पर ही पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखी थी। इस बेरिकेडिंग से पहले बड़ी संख्या पुलिस वाहनों को लगाकर उनका रास्ता रोक दिया गया। जिसके बाद सांसद चौधरी वहीं धरने पर बैठ गए। अधीर चौधरी के साथ मौजूद कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ममता बनर्जी और राज्य प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी है।
पार्टी सूत्रों ने बताया है कि पुलिस ने उन्हें यह कहकर रोक दिया है कि घटनास्थल पर मुख्यमंत्री जा रही हैं। किसी भी तरह से टकराव की स्थिति ना बने, इसीलिए उन्हें रोका जा रहा है। इधर शांतिनिकेतन मोड़ पर धरने पर बैठे अधीर रंजन ने कहा है कि एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी का प्रतिनिधिमंडल यहां आया था लेकिन उसे नहीं रोका गया। इसके अलावा एक दिन पहले ही ममता बनर्जी ने कहा था कि मैं घटनास्थल पर जाने से किसी को भी नहीं रोक रही हूं। हालांकि उनके इस बयान के बावजूद आज अधीर रंजन को रोका गया है। दोपहर 12:45 बजे खबर लिखे जाने तक चौधरी धरने पर बैठे हैं और नारेबाजी कर रहे हैं।