कोरोना महामारी की तीसरी लहर और बढ़ती महंगाई का हज यात्रा की आवेदन प्रक्रिया पर भी बुरा असर पड़ा है। हज यात्रा 2022 के लिए आवेदन फार्म भरने की अंतिम तिथि 31 जनवरी है लेकिन पूरे देश से अभी तक करीब 63 हजार आवेदन फार्म ही जमा कराए गए हैं। इस तरह देखा जाए तो अब बाकी बचे दो दिन में हज कोटे के हिसाब से आवेदकों की संख्या काफी कम रहेगी।
गौरतलब है कि सऊदी अरब सरकार की तरफ से भारत का कोटा दो लाख हज यात्रियों को भेजने के लिए तय किया गया है। राजधानी दिल्ली में जहां हर साल हज यात्रा पर जाने के इच्छुक लोगों के जरिए तय कोटा से चार गुना अधिक आवेदन फार्म भरे जाते थे, इस साल अभी तक मात्र 1200 आवेदन फार्म भरे गए हैं। दिल्ली में पिछले साल 1350 आवेदन फार्म भरे गए थे जबकि महामारी से पहले आठ हजार से अधिक आवेदन फार्म भरे जाते थे।
कोरोना महामारी को देखते हुए सऊदी अरब प्रशासन की तरफ से कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं। कोरोना की वजह से वर्ष 2020-21 की हज यात्रा के लिए दुनियाभर से आने वाले हज यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि इस वर्ष सऊदी अरब प्रशासन की तरफ से उमरा की इजाजत दिए जाने से यह संभावना प्रबल हुई है कि हज यात्रा 2022 के लिए भारत सहित अन्य देशों से हज यात्रियों को वहां पर आने की इजाजत दी जाएगी। हालांकि अभी तक सऊदी अरब के धार्मिक मंत्रालय की तरफ से कोई अंतिम घोषणा हज यात्रा-2022 को लेकर के नहीं की गई है। अलबत्ता हज कमेटी ऑफ इंडिया की तरफ से भारत से हज यात्रा पर जाने के इच्छुक व्यक्तियों से आवेदन फार्म जमा कराया जा रहा है।
कमेटी की तरफ से किए जा रहे तमाम प्रयासों के बावजूद भारत से हज यात्रा पर जाने के लिए बहुत कम लोग दिलचस्पी दिखा रहे हैं। बताया जा रहा है कि इसके पीछे हज यात्रा-2022 के आयोजन को लेकर अनिश्चितता की स्थिति है। इसके अलावा जो हज यात्रा वर्ष 2019 तक दो से ढाई लाख रुपये में पूरी हो रही थी, वह अब बढ़कर साढ़े चार लाख रुपये तक पहुंच गई है। कोरोना वायरस के लिए तय किए गए दिशा-निर्देशों को देखते हुए हज यात्रा का खर्च दोगुना से अधिक हो गया है। यह खर्च परिवहन और यात्रियों को ठहराने आदि के लिए बदले गए नियमों की वजह से बढ़ गया है। यात्रा पर बेतहाशा बढ़े हुए खर्चे की वजह से भी लोग हज यात्रा पर जाने से बच रहे हैं।
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यात्रियों का मानना है कि कोरोना वायरस महामारी के बाद जब स्थिति सामान्य हो जाएगी, तब हो सकता है कि हज यात्रा पर आने वाला खर्च कुछ कम हो जाए। तब वह यात्रा के लिए आवेदन करेंगे। दिल्ली राज्य हज समिति के अध्यक्ष मुख्तार अहमद ने माना है कि हज यात्रा 2022 को लेकर व्याप्त अनिश्चितता और महंगाई की वजह से यात्रा के इच्छुक लोग कम संख्या में आवेदन कर रहे हैं। उनका मानना है कि पिछले दो वर्षों में भी लोगों ने हज यात्रा के लिए आवेदन किया था लेकिन उन्हें हज यात्रा पर जाने का अवसर नहीं मिल पाया था। उन्होंने बताया कि दो दिन का समय और आवेदन के लिए बचा है। उम्मीद है कि कुछ और आवेदन इस दौरान किए जाएंगे।